कब है वरुथिनी एकादशी? विष्णु पूजा करने से होंगे 3 बड़े लाभ

वरुथिनी एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को भय से मुक्ति मिलती है. भगवान विष्णु के आशीर्वाद से व्यक्ति का सौभाग्य बढ़ता है, पाप मिट जाते हैं, पुण्य लाभ होता है, मोक्ष की प्राप्ति होती है, वहीं इस व्रत को करने से 10 हजार वर्ष तक तप करने के समान ही पुण्य फल प्राप्त होता है. वरुथिनी एकादशी का व्रत हिंदू कैलैंडर के वैशाख माह में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है. इस बार वरुथिनी एकादशी पर 3 शुभ योग का निर्माण हो रहा है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि इस बार वरुथिनी एकादशी किस दिन है? वरुथिनी एकादशी पर कौन से शुभ योग बन रहे हैं. वरुथिनी एकादशी व्रत का पारण समय क्या है?

किस दिन है वरुथिनी एकादशी 2024?
इस साल वरुथिनी एकादशी का व्रत 4 मई दिन शनिवार को रखा जाएगा. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 03 मई शुक्रवार को रात 11 बजकर 24 मिनट पर वैशाख मा​ह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि शुरू होगी और यह 4 मई शुक्रवार को रात 08 बजकर 38 मिनट पर समाप्त होगी. उदयातिथि की मान्यता के अनुसार, 4 मई को वरुथिनी एकादशी होगी.

वरुथिनी एकादशी पर त्रिपुष्कर योग बनेगा
वरुथिनी एकादशी के दिन त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग और वैधृति योग होगा. त्रिपुष्कर योग रात में 08 बजकर 38 मिनट से बनेगा, जो 10 बजकर 07 मिनट तक रहेगा. वहीं इंद्र योग प्रात:काल से सुबह 11 बजकर 04 मिनट तक है, उसके बाद वैधृति योग बनेगा.

उस दिन पूर्व भाद्रपद नक्षत्र सुबह से रात 10 बजकर 07 मिनट तक रहेगा. उसके बाद उत्तर भाद्रपद नक्षत्र होगा. हालां​कि वरुथिनी एकादशी को पूरे दिन पंचक लगा हुआ है.

वरुथिनी एकादशी 2024 मुहूर्त
इस साल वरुथिनी एकादशी के दिन का शुभ मुहूर्त या अभिजीत मुहूर्त 11:51 एएम से दोपहर 12:45 पीएम तक है. वहीं, ब्रह्म मुहूर्त प्रात: 04:12 एएम से 04:55 एएम तक है. व्रत के दिन शुभ-उत्तम मुहूर्त 07:18 एएम से 08:58 एएम तक है. आप सुब​ह में स्नान के बाद शुभ समय में भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं.

वरुथिनी एकादशी का पारण कब होगा?
जो लोग 4 मई को वरुथिनी एकादशी का व्रत रखेंगे, वे 5 मई रविवार को व्रत का पारण कर सकते हैं. उस दिन पारण का समय सुबह​ 05 बजकर 37 मिनट से लेकर सुबह 08 बजकर 17 मिनट तक है. पारण के दिन द्वादशी तिथि का समापन सुबह 05 बजकर 41 मिनट पर होना है.

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