धार्मिक मत है कि पूर्णिमा व्रत करने से घर में सुख समृद्धि एवं खुशहाली आती है। साथ ही जीवन में व्याप्त दुख और संताप दूर हो जाते हैं। अतः पूर्णिमा के दिन श्री सत्यनारायण भगवान की पूजा की जाती है। अगर आप भी मई महीने में श्री सत्यनारायण व्रत पूजा करना चाहते हैं तो इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु के निमित्त श्री सत्यनारायण पूजा करें।
हर माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के अगले दिन पूर्णिमा तिथि पड़ती है। पूर्णिमा तिथि पर साधक गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान-ध्यान के बाद विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। साथ ही पूर्णिमा व्रत भी रखा जाता है। धार्मिक मत है कि पूर्णिमा व्रत करने से घर में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली आती है। साथ ही जीवन में व्याप्त दुख और संताप दूर हो जाते हैं। अतः पूर्णिमा के दिन श्री सत्यनारायण भगवान की पूजा की जाती है। अगर आप भी मई महीने में श्री सत्यनारायण पूजा करना चाहते हैं, तो इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु के निमित्त श्री सत्यनारायण पूजा करें। आइए, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
ज्योतिषीय गणना के अनुसार वैशाख पूर्णिमा 22 मई को शाम 06 बजकर 47 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन यानी 23 मई को शाम 07 बजकर 27 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदया तिथि मान्य होता है। अतः 23 मई को वैशाख पूर्णिमा है। इस दिन ही श्री सत्यनारायण व्रत पूजा कर सकते हैं।
योग
वैशाख पूर्णिमा पर शिव योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से हो रहा है। साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग का भी संयोग है। इस योग का निर्माण सुबह 09 बजकर 15 मिनट से हो रहा है। इसके अलावा, भद्रावास का भी योग है। इन योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी।
शुभ समय
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04 बजकर 04 मिनट से 04 बजकर 45 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 30 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 07 बजकर 08 मिनट से 07 बजकर 29 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 38 मिनट तक
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।