शास्त्रों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का अवतरण भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। इसलिए प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। मान्यता है कि इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से जातक के सकल मनोरथ सिद्ध हो जाते हैं। साथ ही प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा और व्रत करने का विधान है। शास्त्रों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का अवतरण भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। इसलिए प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। आइए जानते हैं कि ज्येष्ठ माह में पड़ने वाली मासिक कृष्ण जन्माष्टमी की तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी 2024 डेट और शुभ मुहूर्त
पंचांग के मुताबिक, ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 30 मई 2024 को सुबह 11 बजकर 43 मिनट से होगी और इसके अगले दिन यानी 31 मई 2024 को सुबह 09 बजकर 3 मिनट पर तिथि का समापन होगा। ऐसे में 30 मई को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा।
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पूजा विधि (Masik Krishna Janmashtami Puja Vidhi)
- मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करें
- इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें।
- मंदिर की सफाई कर गंगाजल छिड़क कर शुद्ध करें।
- इसके पश्चात चौकी पर साफ कपड़ा बिछाकर भगवान श्रीकृष्ण और श्री राधा रानी की प्रतिमा विराजमान करें।
- अब दोनों का श्रृंगार करें और दीपक जलाकर आरती करें।
- प्रभु के मंत्रों का जाप करें।
- भगवान श्रीकृष्ण जन्म कथा का पाठ करें।
- मिश्री, माखन और फल का भोग लगाएं।
- भोग में तुलसी दल को शामिल करना चाहिए।
- अंत में गरीब लोगों में अन्न और धन का दान करें।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।