कैंची धाम से लौटते समय जरूर लाएं ये चीजें, प्राप्त होगा नीम करौली बाबा का आशीर्वाद

उत्तराखंड में कई धार्मिक तीर्थस्थल हैं, जिनमें कैंची धाम आश्रम भी शामिल है। यह आश्रम नीम करोली बाबा को समर्पित है। नीम करोली बाबा के दर्शन करने के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं। किसी खास पर्व के पर्व के दौरान कैंची धाम आश्रम में अधिक संख्या में भक्त आते हैं।

इस दौरान बेहद खास रौनक देखने को मिलती है। नीम करोली बाबा के भक्त उन्हें हनुमान जी का अवतार मानते हैं। मान्‍यता के अनुसार, नीम करोली बाबा के आश्रम में हाजिरी लगाने से व्यक्ति के सभी दुख और दर्द दूर हो जाते हैं। साथ ही जीवन में शुभ परिणाम मिलते हैं।

अगर आप भी कैंची धाम आश्रम जाने का प्लान बना रहे हैं, तो वहां से आते समय अपने साथ कुछ विशेष चीजों को घर जरूर लाएं। क्योंकि इन चीजों को नीम करोली बाबा का आशीर्वाद माना जाता है। साथ ही जीवन में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कैंची धाम आश्रम से किन चीजों को घर लाना शुभ माना जाता है।

कंबल
नीम करोली बाबा को कंबल चढ़ाने की परंपरा है। ऐसे में आप नीम करोली बाबा को कंबल चढ़ाएं। इसके बाद इस कंबल को वापस दे दिया जाता है। तो इस कंबल को आप घर जरूर लाएं। ऐसा माना जाता है कि कैंची धाम आश्रम से कंबल को घर लाने से जीवन में आने वाले सभी तरह के दुख दूर होते हैं।

नीम करोली बाबा की तस्वीर
घर में नीम करोली बाबा की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है, तो ऐसे में आप भी कैंची धाम से नीम करोली बाबा की तस्वीर अपने साथ जरूर लेकर आएं। ऐसा माना जाता है कि तस्वीर को घर में लगाने से परिवार के सदस्यों पर नीम करोली बाबा का आशीर्वाद बना रहता है। साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।

प्रसाद
इसके अलावा कैंची धाम से नीम करोली बाबा का प्रसाद जरूर घर लाना चाहिए। अगर आप भी कैंची धाम जाने का प्लान बना रहे हैं, तो वहां से नीम करोली बाबा का प्रसाद लाना बिलकुल भी न भूलें। घर आने के बाद लोगों में प्रसाद बाटें। इससे लोगों को नीम करोली बाबा का आशीर्वाद प्राप्त होगा। साथ ही सभी मुरादें पूरी होंगी।

राशि अनुसार चौथे बड़े मंगल पर करें इन चीजों का दान, मिलेगी श्रीराम की कृपा
गंगा दशहरा पर करें श्री हरि विष्णु से जुड़ा ये काम, जीवन में होगी खुशियों की बारिश

Check Also

इन राशियों पर बरसेगी भगवान शिव की कृपा, गंगा दशहरा पर हर मनोकामना होगी पूरी

हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन गंगा दशहरा मनाया …