मंगलवार के दिन बन रहे ये योग, पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त

आज यानी 24 जून को आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। आज मंगलवार का व्रत किया जा रहा है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत को करने से इंसान के जीवन में आने वाले सभी तरह के दुख और संकट दूर होते हैं। साथ ही हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है। चतुर्दशी तिथि पर कई योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं पंचांग और नक्षत्र के बारे में।

तिथि: चतुर्दशी शाम 06 बजकर 59 मिनट तक

योग: शुल प्रात: 09 बजकर 36 मिनट तक

करण: विष्टि प्रातः 08 बजकर 33 मिनट तक

करण: शकुनि शाम 06 बजकर 59 मिनट तक

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 25 मिनट पर

सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 23 मिनट पर

चंद्रोदय: 25 जून को सुबह 04 बजकर 47 मिनट पर

चन्द्रास्त: शाम 06 बजकर 37 मिनट पर

सूर्य राशि: मिथुन

चंद्र राशि: वृषभ

पक्ष: कृष्ण

अभिजीत: प्रात: 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक

अमृत काल: प्रात: 10 बजकर 01 बजे से प्रात: 11 बजकर 27 मिनट तक

शुभ समय अवधि

अभिजीत: प्रात: 11 बजकर 56 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक

अमृत काल: प्रात: 10 बजकर 01 बजे से प्रात: 11 बजकर 27 मिनट तक

गुलिक काल: दोपहर 12:24 से दोपहर 02:08 तक

यमगंडा: प्रात: 08:54 बजे से प्रात: 10:39 बजे तक

राहु काल: दोपहर 03:53 बजे से शाम 05:38 बजे तक

अशुभ समय अवधि
गुलिक काल: दोपहर 12 बजकर 24 मिनट से दोपहर 02 बजकर 08 मिनट तक

यमगंडा: प्रात: 08 बजकर 54 मिनट से प्रात: 10 बजकर 39 बजे मिनट तक

राहु काल: दोपहर 03 बजकर 53 मिनट से शाम 05 बजकर 38 मिनट तक

आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे…
रोहिणी नक्षत्र: दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक, फिर मृगशिरा
सामान्य विशेषताएं: कलात्मक, रोमांटिक स्वभाव, ऐश्वर्यप्रिय, व्यावसायिक समझ, आकर्षक नेत्र, प्रभावशाली वक्ता, जिद्दी स्वभाव और विलासिता में रुचि

नक्षत्र स्वामी: चंद्रमा

राशि स्वामी: शुक्र

देवता: ब्रह्मा या प्रजापति

प्रतीक: गाड़ी का पहिया

हनुमान जी के मंत्र
ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम,

लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम !

श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे,

रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः !

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहम्

दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् ।

सकलगुणनिधानं वानराणामधीशम्

रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।

ॐ ऐं ह्रीं हनुमते श्री रामदूताय नमः

ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमाय

प्रकट-पराक्रमाय महाबलाय सूर्यकोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।

आषाढ़ अमावस्या के दिन करें इस चालीसा का पाठ, पितृ होंगे प्रसन्न
देवशयनी एकादशी पर इस विधि से करें श्री हरि की पूजा

Check Also

कहीं आपसे नाराज तो नहीं बजरंगबली, मिल सकते हैं ये संकेत

माना जाता है कि जिस साधक पर हनुमान जी की कृपा बनी रहती है, उसे …