कुछ ही दिनों में चातुर्मास की शुरुआत होने जा रही है। यह वह समय है, जब भगवान विष्णु चार महीने के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं। इस दौरान कोई भी शुभ काम जैसे कि विवाह, मुंडन या गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते हैं, लेकिन यह समय साधना और पूजा-पाठ के लिए बहुत शुभ माना जाता है।
वहीं दूसरी ओर इस अवधि को लेकर तुलसी से जुड़े कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से घर की दरिद्रता दूर होती है। साथ ही जीवन में खुशहाली आती है।
तुलसी से जुड़े खास उपाय
नियमित तुलसी पूजा – चातुर्मास के दौरान प्रतिदिन सुबह स्नान के बाद तुलसी को जल चढ़ाएं और शाम को तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें। इस उपाय को करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
तुलसी के पत्ते का दान – अगर हो, पाए तो चातुर्मास के दौरान तुलसी के कुछ पत्ते तोड़कर भगवान विष्णु के मंदिर में अर्पित करें या किसी ब्राह्मण को दान करें। ऐसा करने से देवी महालक्ष्मी खुश होती हैं।
तुलसी की जड़ से करें ये काम – चातुर्मास में तुलसी की जड़ की थोड़ी सी मिट्टी लेकर उसे एक छोटे से लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रखें। ऐसा माना जाता है कि इससे धन में वृद्धि होती है।
तुलसी विवाह का संकल्प – अगर आपने अभी तक तुलसी विवाह नहीं किया है या करने का विचार कर रहे हैं, तो चातुर्मास में तुलसी विवाह का संकल्प लें और देवउठनी एकादशी पर इसे पूरा करें। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
घर में तुलसी का पौधा लगाएं – अगर आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो चातुर्मास के दौरान इसे लगाना बहुत शुभ माना जाता है। तुलसी का पौधा नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और जीवन में सकारात्मकता लाता है।