आपने कई लोगों को रुद्राक्ष धारण करते देखा होगा। माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त हो सकती है। लेकिन रुद्राक्ष धारण (Rudraksha Niyam) करने का पूर्ण फल तभी प्राप्त होता है जब इससे संबंधित नियमों का ध्यान रखा जाए। ऐसे में चलिए जानते हैं कि रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को किन गलतियों से बचना चाहिए।
रुद्राक्ष को भगवान शिव से जोड़कर देखा जाता है, क्योंकि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है। इसी प्रकार सावन भी भगवान शिव की आराधना के लिए अर्पित माना गया है।
ऐसे में अगर आप भी सावन के पवित्र माह में रुद्राक्ष धारण करने का मन बना रहे हैं, तो इसके लिए कुछ नियमों का ध्यान जरूर रखें, ताकि आपको रुद्राक्ष धारण करने का पूरा लाभ मिल सके।
मिलते हैं कई फायदे
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को भगवान शिव की कृपा की प्राप्ति होती है। साथ रुद्राक्ष धारण करने वाले साधक का मन शांत बना रहता है और उसकी एकाग्रता भी बढ़ती है। रुद्राक्ष व्यक्ति को सभी प्रकार की नकारात्मकता से भी बचाता है। इतना ही नहीं इसी के साथ रुद्राक्ष की माला से मंत्र जपने से भी साधक को विशेष लाभ मिल सकता है। भगवान शिव के साथ-साथ साधक पर मां पार्वती की भी कृपा बनी रहती है।
रुद्राक्ष पहनने के नियम
आप अमावस्या, पूर्णिमा, सावन महीने के सोमवार या फिर शिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं। इसके साथ ही आप रुद्राक्ष पहनते समय इन मंत्रों का जप भी जरूर करें –
ॐ हृीं नमः
ॐ नमः
क्लीं नमः
ॐ हृीं नमः
ॐ हृीं नमः
ॐ हृीं हुं नमः
ॐ हुं नमः
ॐ हुं नमः
ॐ हुं नमः
ॐ हृ हुं नमः
ॐ हृीं हुं नमः
ॐ हुं नमः
ॐ क्रौं क्षौरो नमः
ॐ हृीं नमः
न करें ये गलतियां
रुद्राक्ष को कभी गंदे हाथों से न छुएं और न ही अपना रुद्राक्ष किसी और को दें। साथ ही रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को मांस-मदिरा आदि के सेवन से दूर रहना चाहिए। शमशान घाट या किसी मृत्यु वाली जगह पर जाने से पहले रुद्राक्ष निकाल देना चाहिए। इसी के साथ शौचालय जाते समय भी रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए। रुद्राक्ष को उतारने के बाद हमेशा साफ-सुथरे स्थान या फिर मंदिर में रखें और स्नान करने के बाद ही दुबारा पहनें। रुद्राक्ष पहनते समय ओम नमः शिवाय का जप करें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
गर्भावती स्त्रियों को रुद्राक्ष पहनने से मना किया जाता है, क्योंकि इससे बहुत अधिक ऊर्जा निकलती है, जो गर्भ में पल रहे शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकती है। इसी के साथ रुद्राक्ष पहनने करने से पहले किसी अच्छे ज्योतिष से सलाह भी जरूर ले लेनी चाहिए।