महालक्ष्मी व्रत के दिन न करें ये गलतियां, खंडित हो सकता है उपवास

महालक्ष्मी व्रत बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा होती है। यह 16 दिनों तक चलता है जिसकी शुरुआत 31 अगस्त 2025 से होगी और समापन 14 सितंबर 2025 को होगा। इस व्रत के कुछ नियम बनाए गए हैं जिसका पालन सभी को करना चाहिए। आइए जानते हैं –

महालक्ष्मी व्रत धन, वैभव और समृद्धि की देवी, मां लक्ष्मी को समर्पित है। यह व्रत 16 दिनों तक चलता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत 31 अगस्त, 2025 से होने जा रहा है। वहीं इस व्रत का समापन 14 सिंतबर, 2025 को होगा। इस व्रत को करने से देवी खुश होती हैं और अपने भक्तों के जीवन को धन-धान्य से भर देती हैं।

हालांकि, व्रत का पूरा फल तभी मिलता है जब इसके नियमों का सही से पालन किया जाए, तो आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि इस व्रत में किन गलतियों को करने से बचना चाहिए?

नमक का सेवन
महालक्ष्मी व्रत के दौरान नमक का सेवन पूरी तरह वर्जित है। व्रत के दौरान आप सिर्फ फलाहार कर सकते हैं। नमक का सेवन करने से व्रत खंडित हो जाता है। इसलिए, व्रत में सेंधा नमक का भी उपयोग न करें।

तामसिक भोजन
व्रत के दौरान तामसिक भोजन जैसे लहसुन, प्याज और मांसाहार का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, शराब या किसी भी तरह के नशे से दूर रहें। व्रत के नियमों का पालन करने के लिए सात्विक भोजन ही ग्रहण करें।

झूठ बोलना और अपशब्द कहना
महालक्ष्मी व्रत के दौरान झूठ बोलना, अपशब्द कहना और किसी का अपमान करना बहुत अशुभ माना जाता है। देवी लक्ष्मी को खुश करने के लिए मन को शांत और पवित्र रखना बहुत जरूरी है। ऐसे में इस दौरान किसी से भी वाद-विवाद न करें और मन में केवल अच्छे विचार रखें।

दिन में सोना
व्रत के दौरान दिन में सोने की मनाही होती है। माना जाता है कि दिन में सोने से व्रत का फल नहीं मिलता। कोशिश करें कि आप पूरा दिन देवी लक्ष्मी का ध्यान और पूजा करें।

गंदे कपड़े पहनना
महालक्ष्मी व्रत में साफ-सफाई का विशेष महत्व है। व्रत के दौरान गंदे या मैले कपड़े न पहनें। हर दिन स्नान करके साफ कपड़े पहनें। अगर हो पाए, तो लाल या गुलाबी रंग के कपड़े पहनें, क्योंकि ये रंग माता लक्ष्मी को बहुत प्रिय हैं।

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