हिंदू धर्में में मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना धन की देवी के रूप में की जाती है। उनकी कृपा से व्यक्ति को धन-समृद्धि की प्राप्ति होती है। श्रीयंत्र को लक्ष्मी जी का ही अंश कहा जाता है। इसके साथ ही इसमें में 33 कोटि देवी-देवताओं का भी वास माना गया है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि आप किस तरह इसे घर में स्थापित कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
जिस व्यक्ति पर धन की देवी की कृपा बनी रहती है, वहां कभी भी दरिद्रता का वास नहीं होता। ऐसे में अगर आप भी लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसके लिए श्री यंत्र की स्थापना जरूर करें। माना जाता है कि रोजाना श्रीयंत्र की पूजा-अर्चना करने से साधक को मां लक्ष्मी की कृपा की प्राप्ति होती है। ऐसे में चलिए जानते हैं घर में श्रीयंत्र स्थापित करने की विधि।
इस तरह करें स्थापाना
श्री यंत्र की स्थापना करने से पहले इसे कच्चे दूध और गंगाजल से धोकर साफ कर लें। इसके बाद एक साफ-सुथरे लाल कपड़े या कमल के फूल पर रखकर इसे मंदिर या फिर घर की पूर्व दिशा में स्थापित करें। अब दीपक जलाकर, फूल, चावल, रोली अर्पित करें और विधिवत रूप से पूजन करें। इस दौरान ‘ऊं श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः’ या ‘ओम् महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात्’ मंत्रों का जप करें।
मिलते हैं ये लाभ
मान्यताओं के अनुसार, घर में श्रीयंत्र स्थापित करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और परिवार में सुख-शांति का माहौल बना रहता है। श्री यंत्र सकारात्मक ऊर्जा का संचार बनाए रखने और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने का काम भी करता है। इसके साथ ही आपको वास्तु दोष से भी राहत मिल सकती है। इसके अलावा श्रीयंत्र स्थापित करने और नियमित रूप से इसकी पूजा करने से साधक को कारोबार में भी अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
ध्यान रखें ये बातें
श्रीयंत्र की स्थापना के बाद आपको रोजाना विधिवत रूप से इसकी पूजा-अर्चना करनी चाहिए। इसके साथ ही मां लक्ष्मी के मंत्रों का जप करने से भी आपको लाभ मिल सकता है। श्रीयंत्र की स्थापना के लिए शुक्रवार का दिन उत्तम माना गया है। इसके अलावा आप नवरात्र या दीवावली के मौके पर भी शुभ मुहूर्त में घर में श्रीयंत्र की स्थापना कर सकते हैं।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।