श्री राम चन्द्र की महिमा का बखान तो तीनो लोक में आज भी पसरा हुआ है। लेकिन आप क्या जानते है, की श्री राम की एक बड़ी बहन भी थी। राम लक्ष्मण और सीता की महिमा तो हम सब जानते है क्योंकि बचपन से जो रामचरित मानस आपने पढ़ी या टीवी पर रामायण धारावाहिक देखा या फिर दादा-दादी , मम्मी-पापा ने जो रामायण के बारे में बताया उसमें तो कहीं भी भगवान राम की बहन का जिक्र नहीं था .
रामायण की रचना हर भाषा में की गई है संस्कृत से लेकर उर्दू तक इस पवित्र ग्रन्थ को लिखा गया ताकि लोग सत्य को समझ सके। लेकिन रामायण के अलग-अलग स्वरूप से एकत्र किये गये तथ्यों के आधार पर। अगर दक्षिण की रामायण की मानें तो भगवान राम को मिलाकर चार भाई थे- राम, भरत, लक्ष्मण, और शत्रुघ्न और एक बहन, जिनका नाम शान्ता था। शान्ता चारों भाईयों से बड़ी थीं। दक्षिण में लिखी गई रामायण में ऐसा लिखा गया है।
भगवान राम की बड़ी बहन का पालन पोषण की जिम्मेदारी कौशल्या की बहन और उनके पति राजा रोमपद ने किया। आगे चलकर शांता का विवाह ऋष्याश्रिंगा के साथ किया गया। जिनके वंश को आज सेंगर राजपूत के नाम से जाना जाता है