व्यक्ति जब किसी समस्या का ज्ञात या अज्ञात समाधान नहीं पाता तो अपने जीवन को समाप्त कर देता है. इस स्थिति को आत्महत्या कहते हैं. आत्महत्या के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदारी चन्द्रमा की होती है. इसके बाद बुध और राहु इसमें भूमिका निभाते हैं.
Check Also
वट सावित्री पूर्णिमा पर भगवान विष्णु और धर्मराज जी की आरती से पाएं आशीर्वाद
वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत बहुत फलदायी माना जाता है। इस मौके पर विवाहित महिलाएं …