साल में शिवरात्रि दो बार आती है पहली शिवरात्रि महाशिवरात्रि होती है वही दूसरी शिवरात्रि सावन के महीने में होती है जो कि आज है. जैसा कि आप सभी जानते हैं कि सावन का महीना चल रहा है और इस महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती है. ज्योतिष्यचार्य के मुताबिक़ आज शिव के अभिषेक के लिए समय सुबह 11:45 बजे से 12:20 तक शुभ बताया गया है.
 इस दौरान आपको कई सारी बातों का ख्याल रखना पड़ता है. दरअसल पूजा के समय हम अनजाने में कई ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिससे बाद में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि भगवान शिव के अभिषेक के समय ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें. इस दौरान आप काले कपडे न पहने. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार भगवान की पूजा के दौरान काले कपडे पहनना अशुभ माना गया है.
इस दौरान आपको कई सारी बातों का ख्याल रखना पड़ता है. दरअसल पूजा के समय हम अनजाने में कई ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिससे बाद में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि भगवान शिव के अभिषेक के समय ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें. इस दौरान आप काले कपडे न पहने. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार भगवान की पूजा के दौरान काले कपडे पहनना अशुभ माना गया है.
 ध्यान रहे शिव अभिषेक के दौरान शिव जी के ऊपर कभी भी तुलसी का पत्ते न चढ़ाये. शास्त्रों में इसे गलत माना गया है. शिवलिंग पूजा के दौरान सिंदूर, तिल और हल्दी भूलकर भी नहीं चढ़ाये. अगर आप इस दिन व्रत रखते हैं तो दिन में कभी सोना नहीं चाहिए व्रत रखकर सोना ठीक नहीं माना गया है.
ध्यान रहे शिव अभिषेक के दौरान शिव जी के ऊपर कभी भी तुलसी का पत्ते न चढ़ाये. शास्त्रों में इसे गलत माना गया है. शिवलिंग पूजा के दौरान सिंदूर, तिल और हल्दी भूलकर भी नहीं चढ़ाये. अगर आप इस दिन व्रत रखते हैं तो दिन में कभी सोना नहीं चाहिए व्रत रखकर सोना ठीक नहीं माना गया है.
 आप शिव की पूजा दिन में चारों पहर कर सकते हैं. सावन के महीने में भगवान शिव अधिक प्रसन्न रहते हैं और सावन में आने वाले सोमवार को अधिक ख़ास माना गया है. इस दौरान भगवान शिव के हर मंदिर में साज सज्जा की जा रही है. ज्योतिष्यचार्य के अनुसार इस सावन शिवरात्रि को त्रयोदशी और पुष्य योग का भी संयोग हैं जिसे बेहद शुभ माना गया.
आप शिव की पूजा दिन में चारों पहर कर सकते हैं. सावन के महीने में भगवान शिव अधिक प्रसन्न रहते हैं और सावन में आने वाले सोमवार को अधिक ख़ास माना गया है. इस दौरान भगवान शिव के हर मंदिर में साज सज्जा की जा रही है. ज्योतिष्यचार्य के अनुसार इस सावन शिवरात्रि को त्रयोदशी और पुष्य योग का भी संयोग हैं जिसे बेहद शुभ माना गया.
 Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।
