तमिल भाषा में लिखी महर्षि कम्बन की रामायण ‘इरामावतारम्’ में एक कथा का उल्लेख मिलता है। यह कथा हमें वाल्मिकी रामायण और तुलसीदासकृत रामचरित मानस में नहीं मिलती है। वाल्मिकी रामायण के इतर भी रामायण काल की कई घटनाओं का जिक्र हमें इरामावतारम्, अद्भुत रामायण और आनंद रामायण में मिलता है। ऐसी ही एक कथा है रामेश्वरम में शिवलिंग स्थापना की जिसका जिक्र स्कन्दपुराण …
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जब स्वप्न में देखा त्रिजटा ने ये भयंकर दृश्य तो कांप उठी
रावण के भाई विभीषण की पत्नी का गन्धर्व कन्या सरमा थीं। सरमा की पुत्री का नाम त्रिजटा था। जब राम ने माता सीता का हरण कर लिया था तो उन्हें अशोक वाटिका में रखा गया था। इस वाटिका में त्रिजटा को उनकी देखरेख के लिए नियुक्त किया गया था। रामायण में त्रिजटा का जिक्र बहुत बार हुआ है।दोनों मां और बेटी ने …
Read More »प्रभु श्रीराम ने इस राक्षस को क्यों जिंदा गाड़ दिया था, जानिए
विराध दंडकवन का राक्षस था। सीता और लक्ष्मण के साथ राम ने दंडक वन में प्रवेश किया। वहां पर उन्हें ऋषि-मुनियों के अनेक आश्रम दृष्टिगत हुए। राम उन्हीं के आश्रम में रहने लगे। ऋषियों ने उन्हें एक राक्षस के उत्पात की जानकारी दी। राम ने उन्हें निर्भीक किया। वहां से उन्होंने महावन में प्रवेश किया, जहां नाना प्रकार के हिंसक पशु और …
Read More »तो इस वजह से भगवान शिव और प्रभु श्री राम के बीच हुआ था मतभेद
यह तो सभी जानते होंगे कि श्रीराम ने एक बार अश्वमेध यज्ञ किया था जिसके घोड़े को उनके ही पुत्रों लव व कुश के द्वारा पकड़ा गया था और दोनों के बीच युद्ध भी हुआ था लेकिन क्या आप जानते है कि प्रभु श्रीराम के अश्वमेध यज्ञ के घोड़े के कारण उन्हें भगवान् शिव से भी युद्ध करना पड़ा था. …
Read More »माता पार्वती और भगवान शिव की बहन के कारण शुरू हुए थे ननद-भाभी के झगड़े
कहते हैं आज के समय में भाभी और ननद में झगड़े हो जाए तो उसे सुलझा पाना किसी के बस का काम नहीं होता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ननद भाभी के झगड़े कहाँ से शुरू हुए. अगर आप नहीं जानते तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि यह सब कैसे शुरू हुआ. कहा जाता …
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