इस्कान के संस्थापक आचार्य परमपूज्यपाद नित्यलीलाप्रविष्ट श्री श्रीमद् भक्तिवेदान्त स्वामी महाराज जी ने लिखा है कि आध्यात्म रामायण के 1-15 अध्याय में वर्णन आता है कि भगवान श्रीराम त्रेतायुग में जब इस पृथ्वी पर लीला कर रहे थे तब उनके राज्य में एक भक्त ब्राह्मण रहता था। उसका नियम था कि वह प्रतिदिन श्रीराम को प्रणाम करने आता था। प्रणाम …
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हनुमानजी के छल से बचे थे भगवान श्रीराम के प्राण
स्कंद पुराण में वेद व्यासजी अनुसार श्रीमद्रामायण की अति दुर्लभ रामकथा आनंद रामायण ही है । आनंद रामायण के सारकांड अनुसार युद्ध में मेघनाद के मारे जाने पश्चात रावण की मां कैकसी ने उसके पाताल में बसे दो भाइयों अहिरावण और महिरावण की याद दिलाई । अहिरावण व महिरावण तंत्र-मंत्र के महापंडित थे तथा मां कामाक्षी के परम भक्त थे …
Read More »भगवान श्रीराम के जन्म का महोत्सव को ही क्यों बोलते हैं रामनवमी
चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। इस दिन पूरे देश भर में श्रीराम जन्मोत्सवों की धूम रहती है साथ ही हिंदुओं के लिए यह दिन अंतिम नवरात्र होने के कारण भी काफी महत्वपूर्ण होता है। इस दिन देवी की विशिष्ट पूजा, हवन और कन्या पूजन भी किया जाता है। गोस्वामी तुलसीदास ने …
Read More »ये हैं राम की वनवास यात्रा के साक्ष्य बने स्थानों की कहानी
भारत का शायद ही कोई निवासी होगा जो भगवान राम के जीवन से अपरिचित हो। दरअसल मर्यादा पुरूषोतम भगवान राम का जीवन स्वयं में इतना महान रहा है कि अगर कभी आदर्श व्यक्तित्व का उदाहरण देना पड़े तो श्रीराम से उपर किसी का नाम नहीं आता। वहीं यदि बात यदि उनके वनवास के दिनों की घटनाओं की करें तो वहां से …
Read More »भगवान राम से जुड़ी ऐसी बातें, जिन्हें नहीं जानते होंगे आप…
हिंदू धर्म ग्रंथ के मुताबिक बताया गया है कि भगवान विष्णु ने संसार के कल्याण के लिए 24 अवतार लिए हैं लेकिन उनमें से सिर्फ 10 ऐसे अवतार हैं जिनकी बहुत चर्चा होती है। इन सब अवतारों में भी राम को अवतार ऐसा था जो पूजित होने के साथ सबसे व्यापक माना जाता है। भगवान विष्णु का राम को सातवां अवतार है। ऐसी …
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