विभिन्न शुभ अवसरों पर अक्सर घर में हवन का आयोजन किया जाता है। यदि आपने कभी ध्यान दिया हो तो देखा होगा कि मंत्र के पश्चात् स्वाहा शब्द अवश्य कहा जाता है, इसके पश्चात् ही आहुति दी जाती है। दरअसल स्वाहा का मतलब है सही रीति से पहुंचाना। मतलब मंत्र के साथ दी जा रही आहुति स्वाहा बोलने के पश्चात् …
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जानिए क्या है आज का पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त
आज के समय में लोग पंचांग देखते हैं, ताकि शुभ-अशुभ मुहूर्त का ज्ञान हो। ऐसे में आज हम लेकर आए हैं आज का पंचांग। आज का पंचांग- आज 22 फरवरी, 2021 सोमवार माघ माह के शुक्ल पक्ष दशमी तिथि है | माघ शुक्ल पक्ष दशमी, प्रमादि संवत्सर विक्रम संवत 2077, शक संवत शर्वरी 1942, माघ | आज दशमी तिथि 05:16 …
Read More »धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रदोष व्रत को नियम निष्ठा के साथ करने से मनुष्य के समस्त पापो का नाश होता है
हिंदि कैलेंडर के अनुसार माह के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार माघ मास की त्रयोदशी तिथि का प्रदोष व्रत 24 फरवरी 2021 दिन बुधवार को पड़ रहा है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। प्रदोष व्रत की पूजा प्रदोष काल के समय की जाती है। यह …
Read More »गोधूलि बेला : यह समय पूजा पाठ और मांगलिक कार्यों को करने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है
कई बार आपने सुना होगा गोधूलि बेला या गोधूलि काल। यह समय पूजा पाठ और मांगलिक कार्यों को करने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस समय में जामित्रादि दोषों का नाश हो जाता है। जामित्रादि दोष को कारण जातक को दांपत्य जीवन के सुख से वंचित रहना पड़ सकता है। इसलिए विशेष परिस्थितियों में विवाह आदि की …
Read More »उत्तम संतान की प्राप्ति के लिए करे माता गंगा के पुत्र भीष्माष्टमी का व्रत
प्रतिवर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भीष्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन महाभारत के चर्चित पात्र भीष्म पितामह ने इच्छा से अपनी देह का त्याग किया था। इसलिए यह दिन उनका निर्वाण दिवस भी कहलाता है। महाराजा शांतनु तथा देवी गंगा के पुत्र भीष्म का नाम देवव्रत था। देवव्रत की शिक्षा और लालन-पालन इनकी …
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