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क्यों हुआ था कृष्ण के यदुवंश का नाश?

महाभारत के युद्ध में भयंकर विनाश हुआ। इसमें विजय तो पांडवों की हुई लेकिन उनके पक्ष को भी अपार हानि हुई थी। युद्ध में शामिल हर व्यक्ति को कुछ न कुछ खोना पड़ा था। युद्ध के बाद बदले घटनाक्रम से कृष्ण के यदुवंश का नाश हो गया था। प्रश्न है कि ऐसा क्यों हुआ?   युद्ध में दुर्योधन और उसके …

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ऐसा है कामदेव का धनुष, इसकी मार से आप भी हो जाएंगे प्रेम से घायल

फाल्गुन उल्लास और उत्साह का दूसरा नाम है। फाल्गुन की मधुरता के साथ एक पौराणिक पात्र कामदेव का नाम भी जुड़ा हुआ है। यूं तो बसंत पंचमी से ही फाल्गुन के गीतों की शुरुआत हो जाती है और यह अवधि मदन यानी कामदेव को समर्पित है।    इसके आगमन से प्रकृति में नवीनता और सुंदरता का समावेश होने लगता है। …

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महाकाल की नगरी में अब शिवजी देंगे अनेक रूपों में दर्शन

उज्जैन। मध्यप्रदेश में महाकाल की नगरी के रूप में पहचाने जाने वाले उज्जैन में जल्द ही भगवान शिव की सभी रूपों की प्रतिमाएं देखी जा सकेंगी। यहां बन रहे इंटरप्रीटेशन संटर में प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण संग्रहालयों की दुर्लभ पाषाण प्रतिमाएं भी दिखाई देंगी।    पुरातत्व विभाग अधिकारी रमेश यादव ने बताया कि प्रदेश में यह एकमात्र ऐसा केंद्र होगा, …

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होली का डांडा रोपने के साथ बहेगी फाल्गुन की बयार, ये हैं शुभ मुहूर्त

सोमवार को माघ मास समाप्त हो जाएगा और मंगलवार से फाल्गुन मास का शुभारंभ होगा। होली से एक माह पूर्व स्थापित होने वाला होली का डांडा सोमवार को माघ पूर्णिमा के दिन शुभ मुहूर्त में रोपा जाएगा। डांडा रोपण के साथ ही शहर एवं गांवों में फाल्गुन और होली के गीतों की बयार शुरू हो जाएगी।    पंडित पुरुषोत्तम गौड़ …

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कथा: जब अपने ही भक्त के विरुद्ध शिव ने उठा लिया था अस्त्र

अमरकंटक। नर्मदा का उद्गम स्थल अमरकंटक प्राचीन तीर्थस्थल है। मध्यप्रदेश के इस नगर से अनेक पौराणिक गाथाएं जुड़ी हैं। यहां ज्वालेश्वर महादेव को अत्यंत चमत्कारी माना जाता है। श्रद्धालुओं की मान्यता है कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना शीघ्र ही शुभ फल देती है। यहां स्थापित बाणलिंग की कथा भी कम चमत्कारी नहीं है। इस पर दुग्ध एवं …

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