लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद भगवान श्रीराम अयोध्या में अपने परिजनों के साथ बैठे हुए थे। श्रीराम, हनुमानजी द्वारा की गई सहायता को याद कर भावविभोर हो रहे थे। वह बोले, ‘ हनुमान ने संकट के समय मेरी सहायता की, लेकिन मैंने उन्हें कुछ भी नहीं दिया।’ उन्होंने हनुमानजी से कहा, मैंने विभीषण को लंका का राज्य दिया। …
Read More »LATEST UPDATES
शिव बनकर करें शिव की पूजा, मिलेगी आध्यात्मिक शक्तियां
भगवान शिव के गले में पड़ी सर्प की माला, दुष्टों को भी गले लगाने की क्षमता और मुंडों की माला, जीवन की अंतिम अवस्था की वास्तविकता को दर्शाती है। शिव शब्द का अर्थ है “शुभ”। शंकर का अर्थ है “कल्याण करने वाले”। निश्चित रूप से उन्हें प्रसन्न करने के लिए मनुष्य को उनके अनुरूप ही बनना पड़ेगा। शिवो भूत्वा शिवं …
Read More »जानिए राम के जन्म और विवाह की असली तिथि
वाल्मीकि रामायण(बाल काण्ड 18/8-10) में उल्लेख है कि राम का जन्म चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अभिजित महूर्त में मध्याह्न में हुआ था। गणना करने पर यह तिथि ईसा से 5115 वर्ष पूर्व आती है। इस तिथि का उल्लेख तिथि के बारे में तुलसी राम चरितमानस में भी उल्लेख मिलता है। मानस के बाल काण्ड के 190 वें …
Read More »बजरंगबली दूर करेंगे हर कष्ट
रामायण में एक कथा प्रसिद्ध है कि हनुमानजी ने जानकी की मांग में सिंदूर लगा देख आश्चर्य से पूछा- ‘माते, आपने यह लाल द्रव्य मस्तक पर क्यों लगाया है?’ माता जानकी ने हनुमान की इस भोली उत्सुकता पर कहा, ‘पुत्र, इसे लगाने से मेरे स्वामी की रक्षा होती है, वे दीर्घायु होते हैं और वे मुझ पर सदैव प्रसन्न रहते …
Read More »इसलिए भगवान विष्णु को माना जाता है सर्वश्रेष्ठ देवता
विनम्रता को रेखांकित करने वाला एक रोचक प्रसंग आपने भी सत्संग के दौरान शायद सुना होगा। देवताओं के आग्रह पर भृगु ने तय किया कि प्रमुख त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश में कौन बड़ा है, इसका पता लगाया जाए। उन्होंने महादेव से उनकी बुराई कर सवाल किए तो भगवान महादेव ने उन्हें डांट लगा कर भगा दिया। उन्होंने ब्रह्माजी …
Read More »