पुरातत्ववेताओं के अनुसार संसार की प्राचीनतम पुस्तक ऋग्वेद है। इस संहिता में भी आयुर्वेद के अतिमहत्वपूर्ण सिद्धान्तों का उल्लेख है। विभिन्न विद्वानों ने इसका निर्माण काल ईसा के 3 हजार से 50 हजार वर्ष पूर्व तक का माना है । इससे आयुर्वेद की प्राचीनता सिद्ध होती है। अत: हम कह सकते हैं कि आयुर्वेद का रचनाकाल सृष्टि की उत्पत्ति के …
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यदि राजा बलि के 100 यज्ञ हो जाते पूरे तो
दीपावली से जुड़ी कई रोचक कहानियां हैं। इन्हीं में से एक है राजा बलि की पौराणिक कहानी, यह कहानी इसलिए भी रोचक है कि, यदि राजा बलि के 100 यज्ञ पूरे हो जाते तो वो अमर हो जाते। इसलिए भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया और उनसे तीन पग जमीन मांगी थी। राजा बलि और भगवान वामन की कहानी: श्रीमद् …
Read More »ऐसे प्रकट हुए थे भगवान धन्वंतरि, पूजन से देंगे स्वस्थ जीवन का वरदान
श्रीमद्भागवत पुराण में एक प्रसंग में कहा गया है कि देवताओं और असुरों ने मिलकर समुद्र मन्थन किया, जिसमें मन्दर पर्वत को मथनी के रूप में प्रयुक्त किया और वासुकि नाग को डोरी के रूप में प्रयुक्त कर मन्थन किया। उसमें एक-एक करके अनेक रत्न उत्पन्न हुए, जिनमें अमृतकलश के साथ धन्वंतरि का प्रकट होना एक महत्तवपूर्ण घटना है। लगभग …
Read More »दीपावली विशेष:सही रंगोली खोले समृद्धि के द्वार
वास्तु में हर दिशा के लिए अलग आकार और अलग रंगों से रंगोली बनाने का प्रावधान है। सही दिशा में सही रंगोली बनाकर आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि को निमंत्रित कर सकते हैं, तो फिर इस दीपावली रंगोली बनाते समय वास्तुशास्त्र के नियमों का पालन करें। उत्तर-दिशा : इस दिशा में लहरदार या लहरिया आकार की रंगोली बनाएं। उत्तर दिशा …
Read More »जैन, सिख और बौद्ध धर्म में ऐसे मनाते हैं दीपावली
दस्तक टाइम्स/एजेंसी: दीपावली हिंदू धर्म के लोग ही नहीं बल्कि जैन धर्म, बौद्ध धर्म के लोग भी मनाते हैं। विश्व के कई ऐसे देश हैं जहां दीपावली मनाई जाती है। दीपावली खुशियों और प्रकाश का त्योहार है। इसे मनाने के पीछे इन धर्मों में कोई न कोई कारण है। ऐसे ही कारणों पर गौर करें तो इनका उद्देश्य एक दूसरे …
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Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।