आज यानी 31 जुलाई को वरलक्ष्मी व्रत किया जा रहा है। हिंदू धर्म में व्रत और उपवास का विशेष महत्व होता है। वरलक्ष्मी व्रत माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। यह व्रत विवाहित महिलाएं करती हैं। वरलक्ष्मी व्रत मुख्य रूप से दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में रखा जाता है। वरलक्ष्मी व्रत में विवाहित महिलाएं अपने पति, …
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जानिए क्यों भगवान भोलेनाथ को बनना पड़ा था माँ पार्वती के कोप का भागी….
सावन का महीना भोलेनाथ का महीना कहा जाता है. इस महीने में उनका पूजन कर मनोकामनाओं को पूरा करवाया जा सकता है. ऐसे में आप सभी ने अब तक भगवान शिव और माता पार्वती के कई प्रसंग सुने होंगे जो पुराणों में सुनने को मिलते हैं. ऐसे में आप सभी ने अब तक भगवान शिव के गुस्से को लेकर भी …
Read More »पौराणिक कथाओं में इन तीन बहनों का है बहुत महत्व
1. भगवान शिव की बहन : कहा जाता है भगवान शिव की बहन असावरी देवी थीं. कहा जाता है माता पार्वती अकेली रहती थीं तो उन्होंने एक बार शिव से कहा कि काश मेरी ननद होती तो अच्छा होता. उस समय भगवान शिव ने अपनी माया से अपनी एक बहन की उत्पत्ति की और पार्वती देवी से कहा ये रही आपकी …
Read More »भगवन भोलेनाथ के गले में है क्यों विराजमान है नागराज वासुकी, जानिए….
आज नाग पंचमी है. यह एक पवन पर्व है और इस दिन नाग देवता का पूजन किया जाता है. ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं आखिर भोलेनाथ के गले में आभूषण के स्वरूप में नाग क्यों हैं? आइए जानते हैं. शिव शंकर के गले में क्यों हैं नागराज वासुकी: कहते हैं वासुकी को नागलोक का राजा माना गया …
Read More »आखिर क्यों भगवान शिव को कहा जाता है त्रिनेत्र, जानें कथा
सावन का महीना चल रहा है. इस महीने में शिव जी का पूजन किया जाता है. ऐसे में आज सावन के चौथे सोमवार को हम आपको बताने जा रहे हैं शिव जी को क्यों कहते हैं “चंद्रर्काग्निविलोचन” अर्थात् “त्रिनेत्र” और “कृत्तिवासा”. आइए जानते हैं. “चंद्रर्काग्निविलोचन” अर्थात् “त्रिनेत्र” रूप की कथा- एक बार भगवन शांत रूप से बैठे हुए थे. हिमाद्रितनया भगवती …
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Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।