वर्तमान में जहां देखिए वहां अंधी दौड़ जारी है। तरह-तरह की अंधी दौड़ों में कुछ पाने के चक्कर में पूरा जीवन जाया हो रहा है। इन अंधी दौड़ों में मनुष्य को यह अहसास ही नहीं हो पाता कि उसकी वास्तविक पहचान ज्यादा पैसा,बड़ा नाम, प्रतिष्ठित पद या अन्य भौतिक वस्तुओं के कारण नहीं, बल्कि आध्यात्मिकता से है। मनुष्य कितनी अधिक मात्रा …
Read More »