मगध सम्राट श्रोणिक भगवान महावीर का उपासक था। एक दिन जब वह जंगल में शिकार खेल रहा था, उसके हाथों एक हिरन मारा गया। इसके बाद उसे खयाल आया कि इस हिंसा के चलते उसे नरक जाना होगा। वह भगवान के चरणों में आकर बोला, ‘भगवन, क्या हिरन मारने के पाप से बचने का कोई उपाय है, जिससे मुझे नरक …
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Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।