उत्तर में हिमालय की गोद में बद्रीनाथ, पश्चिम में द्वारिकापुरी, पूर्व में जगन्नाथ पुरी तथा सुदूर दक्षिणी छोर पर स्थित है, चौथा धाम रामेश्वरम् तीर्थ। तीर्थ स्थापना की कथा चारों धामों में सुप्रसिद्ध तीर्थ रामेश्वरम् की स्थापना के संबंध में अनेक पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, किंतु सर्वत्र यह मान्यता है कि रावण को पराजित करके सीताजी को लंका से वापस …
Read More »
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।