नवरात्रि में विधि-विधान से मां भगवती की आराधना, पूजन-अर्चन व जप करने पर साधक के लिए कुछ भी अगम्य नहीं रहता। माता दुर्गा के 9 रूपों का उल्लेख श्री दुर्गा-सप्तशती के कवच में है जिनकी साधना करने से भिन्न-भिन्न फल प्राप्त होते हैं। कई साधक अलग-अलग तिथियों को जिस देवी की हैं, उनकी साधना करते हैं, जैसे प्रतिपदा से नवमी तक क्रमश:- …
Read More »