ऐसे करे भगवान गणेश की पूजा सफल होंगे सारे काम

सभी के दुखों को दूर करने और सुखों को हरने वाले श्री गणेश ऐसे देवता हैं जिनका पूजन – अर्चन सबसे पहले किया जाता है। यही नहीं भगवान श्री गणेश सभी विघ्नों का नाश करते हैं। भगवान श्री गणेश ऐसे देवता हैं जो भगवान शिव के गणों के प्रधान हैं। अर्थात् भगवान शिव के दरबार में कोई अर्जी लगानी हो तो भी भगवान श्री गणेश की वंदना करनी होती है।

भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करना बेहद आसान है। बुधवार भगवान श्री गणेश का वार होता है। दरअसल भगवान श्री गणेश बुद्धि के दाता होते हैं। वे जातक, साधक या श्रद्धालु को बुद्धि, विद्या, रिद्धि, सिद्धि और अष्ट सिद्धियां प्रदान करते हैं। बुधवार के दिन उनका पूजन करने से  श्रद्धालु को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। भगवान श्री गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए हरी दूर्वा और लड्डूओं का भोग लगाया जाता है।

बुधवार के दिन अपने हाथ से मोदक बनाकर भोग लगाना भी श्री गणेश जी की कृपा प्राप्त करने का एक उपाय है। यह भी माना जाता है कि श्री गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि श्री गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन करने से झूठा कलंक लग सकता है। दरअसल भगवान श्री गणेश ने चंद्रमा को श्राप दिया था।

मान्यता के अनुसार चंद्र दर्शन करने से कलंक लग जाता है। मगर यदि गलती से दर्शन हो जाऐं तो इससे मुक्त होने के लिए हरिवंश भागवतोत्त संयमन्तक मणि के आख्यान से राहत मिलती है। भगवान श्री गणेश जी के पूजन के लिए श्री गणेशाय नमः का मंत्रोच्चारण या जाप भी उपयोगी होता है। भगवान शिव ने ही भगवान श्री गणेश को विघ्ननायक और गणनायक होने का वरदान दिया है। उन्होंने वरदान दिया है कि भगवान श्री गणेश जी प्रथम पूज्य होंगे। इसलिए भगवान श्री गणेश का पूजन सबसे पहले किया जाता है।

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बुधवार कों करें गणेश पूजन, हर इक्छा होगीं पूरी

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