सभी लोग अक्सर यात्रा करते हैं और ऐसे में यात्रा के दौरान कई ऐसी चीज़ें मिलती हैं जो हैरान कर देने वाली होती है. ऐसे में कई बार यात्रा के दौरान कई ऐसे मौके आते हैं यहां हमें रास्ते में मंदिर मिल जाते हैं और वहां पर हम सभी थोड़ी देर के लिए रुक जाते हैं. ऐसे में मंदिर में पुजारी भगवान के चढ़े हुए फूल और मालाएं प्रसाद के रूप में हमें दे देते हैं और उन्हें हम आशीर्वाद समझकर अपने पास रख लेते हैं, और अपने घर ले जाते हैं लेकिन बहुत बार ऐसा भी हो जाता है कि हम समझ नहीं पाते हैं कि उसका क्या करना है. ऐसे में मन में एक डर भी बना रहता है कि सुखे फूल घर में रखने से कुछ अशुभ ना हो जाए.
वहीं दूसरी ओर मंदिर से मिला आशीर्वाद होने से इन्हें फेंकते भी नहीं सकते तो आज हम आपको बताते हैं इसके बारे में. जी दरसल शास्त्रों के अनुसार अगर मंदिर से भगवान पर चढ़े हुए फूल या हार मिलते हैं तो उसे पहले घर की उस अलमारी में रखें जहां पर आप गहने और पैसे रखते हैं. जी हाँ, वहीं अगर प्रसाद में फूल मिला कर दिया गया है तो उसे तिजोरी में रख दें. कहा जाता है इससे धन आना शुरू हो जाता है. इसी के साथ ही फूल सूखने पर बिखरे नहीं इसके लिए इसे किसी छोटी थैली, कपड़े या कागज में बांध कर रखें.
ध्यान रहे कई यात्राओं के दौरान किसी मंदिर से फूल या हार मिले तो ऐसे में आप उन फूलों को अपने सीधे हाथ की हथेली पर रखकर सूंघें, सूंघने के बाद उसे किसी पेड़ की जड़ में रख दें या किसी सरोवर, नदी आदि में बहा दें यह भी एक सही तरीका है. कहते हैं सूंघने से आप उस फूल में मौजूद सकारात्मक ऊर्जा को अपने अंदर कर सकते हैं.
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।
