वास्तु शास्त्र में दिशाओं को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसे में यदि हर चीज को रखने के लिए वास्तु के अनुसार, निर्धारित दिशाओं का ध्यान रखा जाए, तो इससे विशेष लाभ देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में अपना रसोई घर बनवाते समय भी वास्तु के नियमों का ध्यान रखा जाना जरूरी है। आइए जानते हैं किचन से जुड़े जरूरी वास्तु नियम।
ये है रसोई की सही दिशा
घर में रसोई बनाने के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा को सबसे अच्छा माना गया है। वास्तु के अनुसार, आप अपना रसोई घर उत्तर-पश्चिम दिशा में भी बनवा सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, किचन का कैबिनेट बनवाने के लिए दक्षिण या पश्चिम दिशा की दीवार उत्तम मानी जाती है।
यहां होने चाहिए खिड़की-दरवाजे
इस दौरान ध्यान रखें कि किचन के दरवाजे उत्तर या पूर्व दिशा की ओर खुलने चाहिएं। ऐसा करने से रसोई में पर्याप्त मात्रा में सूर्य की किरणें आती हैं, जो लाभकारी मानी गई हैं। वहीं, खिड़कियों के लिए पश्चिम दिशा बेहतर मानी गई है। इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बना रहता है।
कहां रखें गैस और सिलेंडर
गैस-सिलेंडर या स्टोव को रखने के लिए रसोई की दक्षिण-पूर्व दिशा सबसे अच्छी मानी गई है। इसके साथ ही सिलेंडर को भी इसी दिशा में रखना चाहिए। वहीं, खाली गैस सिलेंडर को आप दक्षिण-पश्चिम दिशा में रख सकते हैं। साथ ही खाना बनाते समय आपका मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। इसे वास्तु की दृष्टि से लाभकारी माना जाता है।
इन दिशाओं का भी रखें ध्यान
रसोई घर में फ्रिज को रखने के लिए सबसे अच्छी दिशा उत्तर, पश्चिम, दक्षिण या दक्षिण-पूर्व दिशा को माना गया है। वहीं, सिंक रसोई के उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इसके साथ ही उत्तर-पूर्व दिशा में पानी के बर्तनों को रखना चाहिए।