चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें ध्यान

 चंद्र ग्रहण का दिन सनातन धर्म में बेहद अशुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन नकारात्मक शक्तियां सक्रिय रहती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दिन ज्यादा से ज्यादा पूजा-पाठ और पुण्य कर्म करते रहना चाहिए। इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च फाल्गुन पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है, जिसको लेकर ज्योतिष शास्त्र में कई सारे नियम बताए गए हैं।

वहीं, इस दिन गर्भवती महिलाओं के लिए भी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है। तो आइए जानते हैं –

चंद्र ग्रहण का सही समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च, 2024 फाल्गुन पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है। बता दें, चंद्र ग्रहण की अवधि 25 मार्च सुबह 10 बजकर 24 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 01 मिनट तक रहेगी। ऐसे में लोगों को कुल 4 घंटे और 36 मिनट तक सतर्क रहना है। साथ ही वैदिक मंत्रों का जाप करते रहना है। वहीं, इस दिन होली का पर्व भी मनाया जाएगा।

चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें ध्यान

  • चंद्र ग्रहण की अवधि के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर के अंदर रहने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसकी नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बच्चे पर पड़ता है।
  • ग्रहण के दौरान किसी भी नुकीली वस्तु जैसे – कैंची, चाकू आदि के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
  • इस समय कुछ भी खाने से बचना चाहिए।
  • अपने घर की खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढक दें, ताकि ग्रहण की नकारात्मक किरणें घर में प्रवेश न करें।
  • ग्रहण से पहले बने हुए भोजन का प्रयोग न करें।
  • ग्रहण समाप्त होने के बाद पानी में गंगाजल मिलाकर पवित्र स्नान करें।
  • इस दौरान गर्भवती महिलाएं मन में भगवान शिव और विष्णु जी का ध्यान करती रहें।
  • ग्रहण के दौरान सोने से परहेज करें।
  • सभी खाने और पीने की चीजों में तुलसी पत्र डाल दें।
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