जरूर करें मां दुर्गा के इन नामों का जाप

चैत्र नवरात्र का व्रत देवी भक्तों के लिए बहुत महत्व रखता है। यह पर्व दुर्गा माता की पूजा के लिए समर्पित है जो चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को शुरू होगा और भगवान राम के जन्मोत्सव राम नवमी के साथ समाप्त होगा। इस साल इस महापर्व की शुरुआत 9 अप्रैल से हो रही है तो आइए इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं –

चैत्र नवरात्र का पर्व अपने आप में बेहद विशेष है। यह शुभ समय देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा के लिए समर्पित है। इसकी शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को होगी, वहीं इसका समापन भगवान राम के जन्मोत्सव यानी राम नवमी पर होगा। साधक इस दौरान कई प्रकार की धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियां करते हैं, जिसका फल शीघ्र ही प्राप्त होता है।

ऐसी मान्यता है कि जो जातक माता रानी की सच्ची श्रद्धा के साथ पूजा करते हैं और उनके नामों का जाप पूरे नौ दिनों तक करते हैं मां उनकी सभी इच्छाएं पूर्ण करती हैं, तो आइए यहां पढ़ते हैं – 

देवी दुर्गा के 108 नाम

1. ॐ श्रियै नमः।

2. ॐ उमायै नमः।

3. ॐ भारत्यै नमः।

4. ॐ भद्रायै नमः।

5. ॐ शर्वाण्यै नमः।

6. ॐ विजयायै नमः।

7. ॐ जयायै नमः।

8. ॐ वाण्यै नमः।

9. ॐ सर्वगतायै नमः।

10. ॐ गौर्यै नमः।

11. ॐ वाराह्यै नमः।

12. ॐ कमलप्रियायै नमः।

13. ॐ सरस्वत्यै नमः।

14. ॐ कमलायै नमः।

15. ॐ मायायै नमः।

16. ॐ मातंग्यै नमः।

17. ॐ अपरायै नमः।

18. ॐ अजायै नमः।

19. ॐ शांकभर्यै नमः।

20. ॐ शिवायै नमः।

21. ॐ चण्डयै नमः।

22. ॐ कुण्डल्यै नमः।

23. ॐ वैष्णव्यै नमः।

24. ॐ क्रियायै नमः।

25. ॐ श्रियै नमः।

26. ॐ ऐन्द्रयै नमः।

27. ॐ मधुमत्यै नमः।

28. ॐ गिरिजायै नमः।

29. ॐ सुभगायै नमः।

30. ॐ अंबिकायै नमः।

31. ॐ तारायै नमः।

32. ॐ पद्मावत्यै नमः।

33. ॐ हंसायै नमः।

34. ॐ पद्मनाभसहोदर्यै नमः।

35. ॐ अपर्णायै नमः।

36. ॐ ललितायै नमः।

37. ॐ धात्र्यै नमः।

38. ॐ कुमार्यै नमः।

39. ॐ शिखवाहिन्यै नमः।

40. ॐ शांभव्यै नमः।

41. ॐ सुमुख्यै नमः।

42. ॐ मैत्र्यै नमः।

43. ॐ त्रिनेत्रायै नमः।

44. ॐ विश्वरूपिण्यै नमः।

45. ॐ आर्यायै नमः।

46. ॐ मृडान्यै नमः।

47. ॐ हींकार्यै नमः।

48. ॐ क्रोधिन्यै नमः।

49. ॐ सुदिनायै नमः।

50. ॐ अचलायै नमः।

51. ॐ सूक्ष्मायै नमः।

52. ॐ परात्परायै नमः।

53. ॐ शोभायै नमः।

54. ॐ सर्ववर्णायै नमः।

55. ॐ हरप्रियायै नमः।

56. ॐ महालक्ष्म्यै नमः।

57. ॐ महासिद्धयै नमः।

58. ॐ स्वधायै नमः।

ॐ. स्वाहायै नमः।

60. ॐ मनोन्मन्यै नमः।

61. ॐ त्रिलोकपालिन्यै नमः।

62. ॐ उद्भूतायै नमः।

63. ॐ त्रिसन्ध्यायै नमः।

64. ॐ त्रिपुरान्तक्यै नमः।

65. ॐ त्रिशक्त्यै नमः।

66. ॐ त्रिपदायै नमः।

67. ॐ दुर्गायै नमः।

68. ॐ ब्राह्मयै नमः।

69. ॐ त्रैलोक्यवासिन्यै नमः।

70. ॐ पुष्करायै नमः।

71. ॐ अत्रिसुतायै नमः।

72. ॐ गूढ़ायै नमः।

73. ॐ त्रिवर्णायै नमः।

74. ॐ त्रिस्वरायै नमः।

75. ॐ त्रिगुणायै नमः।

76. ॐ निर्गुणायै नमः।

77. ॐ सत्यायै नमः।

78. ॐ निर्विकल्पायै नमः।

79. ॐ निरंजिन्यै नमः।

80. ॐ ज्वालिन्यै नमः।

81. ॐ मालिन्यै नमः।

82. ॐ चर्चायै नमः।

83. ॐ क्रव्यादोप निबर्हिण्यै नमः।

84. ॐ कामाक्ष्यै नमः।

85. ॐ कामिन्यै नमः।

86. ॐ कान्तायै नमः।

87. ॐ कामदायै नमः।

88. ॐ कलहंसिन्यै नमः।

89. ॐ सलज्जायै नमः।

90. ॐ कुलजायै नमः।

91. ॐ प्राज्ञ्यै नमः।

92. ॐ प्रभायै नमः।

93. ॐ मदनसुन्दर्यै नमः।

94. ॐ वागीश्वर्यै नमः।

95. ॐ विशालाक्ष्यै नमः।

96. ॐ सुमंगल्यै नमः।

97. ॐ काल्यै नमः।

98. ॐ महेश्वर्यै नमः।

99. ॐ चण्ड्यै नमः।

100. ॐ भैरव्यै नमः।

101. ॐ भुवनेश्वर्यै नमः।

102. ॐ नित्यायै नमः।

103. ॐ सानन्दविभवायै नमः।

104. ॐ सत्यज्ञानायै नमः।

105. ॐ तमोपहायै नमः।

106. ॐ महेश्वरप्रियंकर्यै नमः।

107. ॐ महात्रिपुरसुन्दर्यै नमः।

108. ॐ दुर्गापरमेश्वर्यै नमः।

चैत्र नवरात्र के पहले दिन बन रहे हैं ये 4 अद्भुत संयोग
कब लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण?

Check Also

 कब मनाई जाएगी गंगा सप्तमी?

सनातन धर्म में गंगा सप्तमी (Ganga Saptami 2024) सबसे शुभ दिनों में से एक माना …