कब है बुद्ध पूर्णिमा-नारद जयंती? नोट करें फेस्टिवल लिस्ट

हिंदू पंचांग के अनुसार, साल का तीसरा महीना ज्येष्ठ माह होता है। इस महीने में भगवान विष्णु और हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ विशेष चीजों का दान किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ज्येष्ठ में श्रीहरि और बजरंगबली की पूजा करने से साधक को जीवन में शुभ परिणाम मिलते हैं। साथ ही हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।

धार्मिक दृष्टि से ज्येष्ठ माह का पहला सप्ताह बेहद खास माना जा रहा है, क्योंकि इस सप्ताह में नारद जयंती और एकदंत संकष्टी चतुर्थी समेत आदि व्रत और पर्व है, जिनका विशेष महत्व है। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि इस सप्ताह के व्रत-त्योहारों की डेट और शुभ मुहूर्त के बारे में।

वैशाख पूर्णिमा 2025 शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 11 मई को शाम 06 बजकर 55 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 12 मई को शाम 07 बजकर 22 मिनट पर होगा। ऐसे में 12 मई को वैशाख पूर्णिमा मनाई जाएगी। इस दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। इसलिए वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में भी मनाई जाती है।

नारद जयंती 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 12 मई को रात 10 बजकर 25 मिनट पर होगी और तिथि का समापन 14 मई को रात 12 बजकर 35 मिनट पर होगा। ऐसे में 13 मई को नारद जयंती मनाई जाएगी। इसी दिन से ज्येष्ठ माह की शुरुआत होगी।

कब है वृषभ संक्रांति 2025
वृषभ संक्रांति के दिन सूर्यदेव वृष राशि में गोचर करते हैं। इस बार 15 मई को सूर्यदेव चाल में बदलाव करेंगे। ऐसे में 15 मई को वृषभ संक्रांति मनाई जाएगी।

एकदंत संकष्टी चतुर्थी 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 16 मई को सुबह 04 बजकर 02 मिनट से शुरू होगी और 17 मई को सुबह 05 बजकर 13 मिनट पर तिथि खत्म होगी। इस प्रकार से 16 मई को एकदंत संकष्टी चतुर्थी को मनाई जाएगी।

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