अक्सर आपने लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि दक्षिण मुखी यानी साउथ डायरेक्शन का घर नहीं लेना चाहिए। ऐसा घर फलता नहीं है। मगर, क्या यह बात पूरी तरह से सही है। क्या दक्षिण मुखी घर किसी को नहीं फलता।
यदि आपका घर भी दक्षिण दिशा में बना है, तो क्या उपाय कर सकते हैं। अगर, आपके भी मन में यह सवाल है, तो आज हम आपको इसके फायदों के बारे में बता देते हैं। मगर, इन बातों को मानने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी और वास्तु विशेषज्ञ की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल मजबूत स्थिति में है, उनके लिए दक्षिण मुखी घर ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत हो सकते हैं। ऐसे लोग जमीन-जायदाद के मामले में अच्छी ग्रोथ हासिल करते हैं।
इन लोगों के लिए होता है फायदेमंद
दक्षिण मुखी घर को इंडस्ट्रियल स्पेस या वर्क प्लेस के रूप में इस्तेमाल किया जाए, तो सफलता और समृद्धि मिल सकती है। जनसंपर्क, मीडिया और फिल्म उद्योग के लिए दक्षिण मुखी मकान अच्छे साबित हो सकते हैं। इन क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को ऐसी दिशा के घर फलते हैं।
यदि वास्तु के अनुसार बनाया गया हो, तो दक्षिण मुखी घर के कई फायदे हो सकते हैं। सूर्य की रोशनी और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह ठीक हो, तो ऐसे घर से कई तरह के फायदे होते हैं। दक्षिण मुखी घर में पूरे दिन पर्याप्त धूप आती है, जिससे घर में ऊर्जा और सकारात्मकता बनी रहती है।
दरअसल, सूर्य की ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। दक्षिण मुखी घर में सूर्य की किरणें घर में लंबे समय तक बनी रहती हैं। इससे घर में लगातार सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहता है।
क्या उपाय करने चाहिए
हालांकि, यदि आपको दक्षिण मुखी घर फल नहीं रहा है, तो उसके वास्तु दोषों को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिह्न बनाने से लाभ होता है।
पंचमुखी हनुमानजी की मूर्ति लगाई जा सकती है। गणेश जी की प्रतिमा को ऐसे लगाना चाहिए, जिससे उनकी पीठ न दिखे। मुख्य द्वार पर लाल रंग की डोरमैट रखने से भी लाभ मिलता है।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।