सावन का अंतिम सोमवार पर बन रहे कई मंगलकारी योग, जानें शुभ-अशुभ योग

आज यानी 4 जुलाई को सावन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इस तिथि पर सावन का अंतिम सोमवार पड़ रहा है। सनातम धर्म में सावन सोमवार का विशेष महत्व है।

धार्मिक मान्यता के अनुसार, सोमवार व्रत करने से मनचाहा वर मिलता है और विवाह में आ रही बाधा से छुटकारा मिलता है। सावन सोमवार पर कई शुभ और अशुभ योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं आज के पंचांग के बारे में।

तिथि: शुक्ल दशमी

मास पूर्णिमांत: श्रावण

दिन: सोमवार

संवत्: 2082

तिथि: दशमी प्रातः 11 बजकर 41 मिनट तक, फिर इसके बाद एकादशी तिथि होगी

योग: ब्रह्म प्रातः 07 बजकर 05 मिनट तक

करण: गरजा प्रातः 11 बजकर 41 मिनट तक

करण: 5 अगस्त को वणिज रात्रि 12 बजकर 31 मिनट तक

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 44 मिनट पर

सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 10 मिनट पर

चंद्रमा का उदय: दोपहर 03 बजकर 25 मिनट पर

चन्द्रास्त: 5 अगस्त को रात 01 बजकर 29 मिनट पर

सूर्य राशि: कर्क

चंद्र राशि: वृश्चिक

पक्ष: शुक्ल

शुभ समय अवधि
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजे से 12 मिनट 54 मिनट तक

अमृत काल: 5 अगस्त को रात्रि 01 बजकर 47 मिनट से रात्रि 03 बजकर 32 मिनट तक

अशुभ समय अवधि
राहुकाल: प्रातः 07 बजकर 25 मिनट से 09 बजकर 06 मिनट तक

गुलिक काल: दोपहर 02 बजकर 08 मिनट से 03 बजकर 48 मिनट तक

यमगण्ड: प्रातः 10 बजकर 46 मिनट से 12 बजकर 27 मिनट तक

आज का नक्षत्र
आज भी चंद्रदेव अनुराधा नक्षत्र में रहेंगे…

अनुराधा नक्षत्र: प्रातः 09 बजकर 12 मिनट तक

सामान्य विशेषताएं: धार्मिक प्रवृत्ति, समृद्धि, विपरीत लिंग की ओर आकर्षण, आक्रामक, बुद्धिमान, यौन शीतलता, परिश्रमी और स्पष्टवादी

नक्षत्र स्वामी: शनि देव

राशि स्वामी: मंगल देव

देवता: मित्र – मित्रता के देवता

प्रतीक: अंतिम रेखा पर एक फूल

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