मार्गशीर्ष माह, जिसे अगहन भी कहते हैं, भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय है। यह माह कार्तिक पूर्णिमा के बाद शुरू होता है। इस माह को अगहन के रूप में भी जाना जाता है। आप मार्गशीर्ष माह में आप भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा-अर्चना द्वारा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। चलिए जानते हैं इस बारे में।
मार्गशीर्ष का महीना विशेष महत्व रखता है। कार्तिक पूर्णिमा के बाद मार्गशीर्ष का महीना शुरू हो जाता है। ऐसे में गुरुवार, 6 नवंबर से इस माह की शुरुआत हो चुकी है, जो 4 दिसंबर को समाप्त होगा। इस माह में भगवान श्रीकृष्ण की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि आप किस तरह इस माह में भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
मार्गशीर्ष माह का महत्व
मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा पर चंद्रमा मृगशिरा नक्षत्र में होते हैं, जिस कारण इस माह को मार्गशीर्ष कहा जाता है। इसी माह में प्रभु श्रीराम और माता सीता का विवाह हुआ। साथ ही इस माह में गीता जयंती भी मनाई जाती है। भगवद गीता में मार्गशीर्ष माह के बारे में यह कहा गया है कि इस माह में भगवान श्री कृष्ण का विशेष प्रभाव रहता है। जो भी साधक इस माह में भगवान श्रीकृष्ण की विशेष विधि-विधान से पूजा करता है, वह जीवन में समस्त सुखों को भोगने के बाद मोक्ष की प्राप्ति करता है।
पूजा में अर्पित करें ये चीजें
मार्गशीर्ष माह में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में तुलसी का विशेष रूप से इस्तेमाल करना चाहिए। इसके साथ ही इस माह में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में शंख का इस्तेमाल करना और उसकी पूजा करना भी काफी शुभ माना गया है। इसके साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की पूजा के दौरान ओम नमो नारायण मंत्र का जप करना चाहिए।
मिलता है शुभ फल
मार्गशीर्ष माह में तीर्थ स्थलों पर जाकर स्नान करना काफी शुभ माना गया है। इसी के साथ ही इस माह में शंख पूजन का विशेष महत्व है। मार्गशीर्ष या अगहन माह में कपूर जलाकर तुलसी की पूजा व परिक्रमा करने से भी साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है और उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
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