भगवान शिव की आराधना, इस तरह करें

.सारे देवों में शिव ही ऐसे देव हैं जो अपने भक्‍तों की भक्ति-पूजा से बहुत जल्‍दी ही प्रसन्‍न हो जाते हैं. शिव पूजा का सबसे पावन दिन है सोमवार और इस दिन मंदिरों में भक्तों का भारी जमावड़ा देखा जा सकता है शिव भोले को आदि और अनंत माना गया है, जो पृथ्वी से लेकर आकाश और जल से लेकर अग्नि हर तत्व में विराजमान हैं. भगवान शिव की उपासना  और उनके मंत्रों का जाप हर कामना की पूर्ति कर सकता है. भगवान शिव अगर प्रसन्न हो जाएं तो भक्तों को मालामाल कर देते हैं.

शिव जी देंगे विद्या और बुद्धि-

– भगवान शिव के योगेश्वर स्वरूप का पूजन करें.

– पूजा स्थल पर एक मिट्टी का शिवलिंग स्थापित करें.

– भगवन शिव का पंचोपचार पूजन करें.

– ॐ नमो भगवते व्याघ्ररुद्राय स्वाहा

– ये मंत्र जाप नीले रंग के कम्बल के आसन पर बैठकर करें.

– मुख उत्तर दिशा की ओर रखें और 11 माला का मंत्र जाप करें.

– मंत्र जाप के बाद शिव जी को बिल्व पत्र और बिल्व फल अर्पित करें.

– शिव की आरती स्तुति वंदन करें.

शिव कृपा से होगा भाग्योदय-

– एक स्फटिक शिवलिंग स्थापित करें.

– एक थाली में फल फूल और मिष्ठान्न अर्पित करें.

– भगवन शिव का पंचोपचार पूजन करें.

“ॐ नमो भगवते व्योमरुद्राय स्वाहा”

– इस मंत्र का जाप लाल कंबल के आसन पर बैठकर करें.

– मंत्र जाप के समय माला को ढक कर रखें और हृदय के निकट रखें.

– मुख उत्तर दिशा की ओर करके मंत्र का सात माला जाप करें.

– मंत्र जाप के बाद भगवान शिव को खीर का प्रसाद अर्पित करें.

– शिव आरती स्तुति वंदन करें.

शिव होंगे प्रसन्न मिलेगा अपार धन-

– भगवान शिव के उस चित्र को स्थापित करें, जिसमें गणेश उनकी पूजा कर रहे हों.

– पूजा स्थल पर एक अष्टधातु का शिवलिंग स्थापित करें.

– एक थाली में फल-फूल और मिष्ठान्न रख कर अर्पित करें.

– भगवन शिव का पंचोपचार पूजन करें.

 

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