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बैकुण्ठ चतुर्दशी और इसका महत्व: कार्तिक माह

कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को वैकुण्ठ चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है. इस शुभ दिन को भगवान शिव तथा विष्णु की पूजा की जाती है. इस त्योहार को वैकुण्ठ चौदस के नाम से भी जानी जाती है. इस दिन भक्त व्रत रखकर भगवान विष्णु तथा भगवान शिव दोनों की आराधना करते हैं. यह व्रत कार्तिक माह …

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गुड़ी पड़वा: पौराणिक कथा और शुभ मुहूर्त

भारत में हिंदू नववर्ष कई नामों से मनाया जाता है. वासंतिक नवरात्र के साथ गुड़ी पड़वा का उत्साह भी लोगों में अभी से दिखने लगा है. गुड़ी पड़वा का पर्व मुख्य रूप से महाराष्ट्र के लोग हिन्दू नववर्ष  शुरू होने की खुशी में मनाते है. गुड़ी पड़वा का त्योहार महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और गोवा सहित कई दक्षिण भारतीय राज्यों में …

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जैन धर्म में संथारा को कहा जाता ‘फेस्टिवल ऑफ डेथ’

कंचन देवी बैद संथारा लेने की वजह से सुर्खियों में आ गई हैं. जैन धर्म की परंपराओं के अनुसार संथारा लेने वाला व्यक्ति मृत्यु आने तक भोजन या पानी का बहिष्कार कर देता है. जैन धर्म के लोग इस व्रत को फेस्टिवल ऑफ डेथ कहते हैं.

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बुद्ध पूर्णिमा 18 मई 2019 को मनाई जा रही: जानें-पूजन विधि और महत्व

बुद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक थे और उनका जन्म 563 ई. पूर्व के बीच शाक्य गणराज्य की तत्कालीन राजधानी कपिलवस्तु के निकट लुंबिनी, नेपाल में हुआ था. बुद्ध को एशिया का ज्योति पुंज कहा जाता है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. बौद्ध धर्म के लोग इस दिन को बहुत धूम-धाम से …

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किस ग्रह की क्या भूमिका होती: शुभ और अशुभ कार्यों के लिए

मंगल जब ख़राब हो तो मंगल कार्य होना एक चुनौती हो जाती है. मंगल कार्य में सबसे बड़ी भूमिका स्वयं मंगल की होती है. इसके बाद इसमें तमाम शुभ ग्रहों की भूमिका होती है. बृहस्पति भी शुभ और मंगल कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. शनि, राहु और केतु मंगल कार्यों में आम तौर पर बाधा देते हैं.

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