कंचन देवी बैद संथारा लेने की वजह से सुर्खियों में आ गई हैं. जैन धर्म की परंपराओं के अनुसार संथारा लेने वाला व्यक्ति मृत्यु आने तक भोजन या पानी का बहिष्कार कर देता है. जैन धर्म के लोग इस व्रत को फेस्टिवल ऑफ डेथ कहते हैं.
Read More »Web_Wing
बुद्ध पूर्णिमा 18 मई 2019 को मनाई जा रही: जानें-पूजन विधि और महत्व
बुद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक थे और उनका जन्म 563 ई. पूर्व के बीच शाक्य गणराज्य की तत्कालीन राजधानी कपिलवस्तु के निकट लुंबिनी, नेपाल में हुआ था. बुद्ध को एशिया का ज्योति पुंज कहा जाता है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. बौद्ध धर्म के लोग इस दिन को बहुत धूम-धाम से …
Read More »किस ग्रह की क्या भूमिका होती: शुभ और अशुभ कार्यों के लिए
मंगल जब ख़राब हो तो मंगल कार्य होना एक चुनौती हो जाती है. मंगल कार्य में सबसे बड़ी भूमिका स्वयं मंगल की होती है. इसके बाद इसमें तमाम शुभ ग्रहों की भूमिका होती है. बृहस्पति भी शुभ और मंगल कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. शनि, राहु और केतु मंगल कार्यों में आम तौर पर बाधा देते हैं.
Read More »सृष्टि की उत्पत्ति से जुड़ी भगवान अर्धनारीश्वर के अवतार की कथा
आज हम आपको महादेव के सबसे अद्भुत और चमत्कारी स्वरूप की महिमा बताने वाले हैं. हम आपको बताएंगे कि शिव ने क्यों लिया अर्धनारीश्वर अवतार और सृष्टि की उत्पत्ति से क्या है इनका संबंध. तो चलिए जानते हैं अर्धनारीश्वर स्वरूप की महिमा. शिव की शक्ति और सृष्टि की उत्पत्ति से जुड़ी है भगवान अर्धनारीश्वर के अवतार की कथा.
Read More »‘नृसिंह’ करेंगे उध्दार ‘श्रीहरि’ के अवतार,
भगवान नृसिंह नारायण का सबसे अद्भुत रूप हैं. अपने भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए श्रीहरि ने नृसिंह का रूप धारण किया था. कहते हैं नृसिंह जयंती पर भगवान के इस रूप की उपासना से सभी मनोकामना पूरी होती हैं.
Read More »
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।