दोहा : श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।। चौपाई : जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।जय कपीस तिहुं लोक उजागर।। रामदूत अतुलित बल धामा।अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।। महाबीर बिक्रम बजरंगी।कुमति निवार सुमति के संगी।। कंचन बरन बिराज सुबेसा।कानन कुंडल कुंचित केसा।। हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।कांधे मूंज जनेऊ साजै। संकर सुवन …
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सफला एकादशी पर जरूर पढ़े यह व्रत कथा
साल में कई बार एकादशी आती हैं. ऐसे में इस साल यानी 2019 में पौष मास के कृष्णपक्ष की एकादशी आ रही है जिसे सफला एकादशी कहते हैं. आप सभी को बता दें कि इस बार सफल एकादशी 1 जनवरी को यानी मंगलवार को है. ऐसे में धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस व्रत को करने से भगवान श्रीकृष्ण बहुत प्रसन्न …
Read More »यहाँ जानिए सफला एकादशी व्रत का महत्व
आप सभी को बता दें कि साल 2019 में पौष मास के कृष्णपक्ष की एकादशी आ रही है जिसे सफला एकादशी के नाम से पुकारते हैं. ऐसे में इस बार सफला एकादशी 1 जनवरी को यानी मंगलवार को है और ऐसे में धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस व्रत को करने से भगवान श्रीकृष्ण बहुत प्रसन्न होते हैं और आप जो …
Read More »इनकी पूजा करेंगे तो पछताएंगे, जीवन व्यर्थ हो जाएगा सिद्ध
हिन्दू धर्म में ईश्वर आराधना के प्रकार हैं- संध्यावंदन-संध्योपासना, प्रार्थना-आराधना, ध्यान-साधना, कीर्तन-भजन और पूजा-आरती। सभी का अलग अलग महत्व है। जहां तक सवाल पूजा और आरती का है तो यह किस की करना चाहिए और किसकी नहीं यह समझना जरूरी है। प्राचीनकाल में कई तरह की आलौकिक जातियां होती थीं। जैसे- देव, दैत्य, दानव, राक्षस, यक्ष, गंधर्व, भल्ल, वसु, अप्सराएं, पिशाच, …
Read More »कुंभ मेले में माटी के चूल्हे और गोबर के उपले कर रहे कल्पवासियों की प्रतीक्षा
प्रयागराज। विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम कुंभ मेले में दूरदराज से आने वाले कल्पवासियों का मिट्टी से बने चूल्हे और गोबर के उपले बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं। संगम की रेती पर दूरदराज से आकर श्रद्धालु एवं साधु-महात्मा एक मास का कल्पवास करते हैं। उस दौरान यहां पर मिट्टी से बने चूल्हे, बोरसी और गोबर से बने उपलों की …
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