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प्रभु श्रीराम ने किया मईया सीता का वरण…

आजमगढ़। श्रीरामलीला समिति पुरानी कोतवाली के तत्वाधान में चल रही श्री रामलीला में शुक्रवार की रात राम विवाह-कलेवा और सीता विदाई का जीवंत मंचन हुआ। श्रीराम और सीता के विवाह के दौरान दर्शकों द्वारा लगाए जा रहे जयकारे से क्षेत्र गूंज उठा। वहीं, सीता विदाई का दृश्य देख लोग भावविभोर हो गए। श्री नरसिंह रामलीला समाज जनकरपुर बिहार से आए …

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गुरुवार के दिन करें यह उपाय, घर में कभी नहीं होगी आर्थिक तंगी

दुनिया में ना जाने कितने ही लोग हैं जो आर्थिक तंगी से परेशान रहते हैं ऐसे में वह कितनी भी मेहनत कर लें लेकिन उन्हें लाभ नहीं मिलता है ऐसे में एक वक्त ऐसा आता है जब इंसान परेशान हो जाता है और हताश होने लगता है. अब अगर आपके साथ भी कुछ ऐसी ही परेशानी है तो आज हम …

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राम हैं वैद्य और राम-नाम है रामबाण औषधि…

रघुवर तुमको मेरी लाज । हौं तौं पतित पुरातन कहये, पार उतारो जहाज ।। उनके जीवन के अंतिम शब्द थे—‘रा……म   हे…….रा…….।’ राम-नाम कैसे करता है रोग का इलाज ‘रा’ अक्षर के कहत ही निकसत पाप पहार । पुनि भीतर आवत नहिं देत ‘म’कार किंवार ।। अर्थात्—‘रा’ अक्षर के कहते ही सारे पाप शरीर से बाहर निकल जाते हैं और वे दुबारा शरीर …

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आखिर क्यों जरूरी है शक्ति की सााधना में माता गायत्री का अनुष्ठान…

मानवी काया की अयोध्या में नौ द्वार (इंद्रियां) हैं। नवरात्रि के दिनों में अनुष्ठान करते हुए एक-एक रात्रि में एक-एक इंद्री के बारे में विचार करते हुए, उन पर संयम और सामर्थ्य को उभारना है। यही शक्ति की साधना का मर्म है।  नवरात्र की साधना-उपासना ऋतुसंधि की वेला में की जाती है। ऋतुसंधि अर्थात जब दो ऋतुएं मिल रही हों। …

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लंका विजय कर राम ने चित्रकूट में किया था दीपदान

चित्रकूट: प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में दीपदान का विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि लंका विजय के बाद अयोध्या लौटने से पूर्व भगवान श्रीराम ने माता सीता व भइया लखन के साथ मंदाकिनी में दीपदान कर साधु-संतों का आशीर्वाद लिया था। कामदगिरि पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामस्वरुपाचार्य महराज कहते है कि राम चरित मानस में लिखा है कि ‘सकल …

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