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इस जगत में सच्ची व स्थाई खुशी केवल परमात्मा ही है: धर्म

खुशी और शांति की तलाश सर्वव्यापी है। दुखी कोई भी नहीं रहना चाहता। लोग अलग-अलग तरीकों से और अपनी इच्छापूर्ति के द्वारा ही खुशियां प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। कोशिश यही होती है कि हम अपनी इच्छाओं को पूरा कर पाएं। हमारी इच्छाओं का कोई अंत नहीं होता। एक इच्छा पूरी होती है, तो दूसरी पैदा हो जाती है। …

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फागुन की अमावस के दिन व्रत, स्नान और पितरों का तर्पण किया जाता: धर्म

भारतीय पंचांग में कृष्णपक्ष की प्रतिपदा से 15वीं तिथि को अमावस्या के नाम से जाना जाता है। पंचांग में हर महीना करीब 30 दिन का होता है या दो पखवाड़े में चंद्रमा की स्थिति के अनुसार 15-15 दिन का होता है। 15 तिथियां शुक्ल पक्ष अर्थात क्रम से चंद्रमा के बढ़ते रहने की ओर 15 तिथियां कृष्ण पक्ष की अर्थात …

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चारों वेदों का सार उपनिषद है और उपनिषदों का सार गीता: धर्म

कहते हैं कि चारों वेदों का सार उपनिषद है और उपनिषदों का सार गीता है। गीता में कहा गया है कि शुक्ल पक्ष में मृत्यु को प्राप्त व्यक्ति वापस नहीं आता और कृष्ण पक्ष में मृत्यु को प्राप्त व्यक्ति को फिर जन्म लेना होता है। इसीलिए भीष्म ने अपना शरीर तब तक नहीं छोड़ा था, जब तक कि उत्तरायण का …

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शनि से जुड़े दोष दूर करने या फिर उनकी कृपा पाने के लिए शिव की उपासना एक सिद्ध उपाय: धर्म

न्याय के देवता शनि अगर कुंडली में खराब स्थिति में हो तो जातक को कई परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। अगर किसी की कुंडली मे सप्तम भाव मे शनि हो या सप्तमेश शनि से पीड़ित हो या सप्तम भाव शनि से पीड़ित हो या गोचर में शनि सप्तम भाव पर प्रभाव डाल रहा हो और जिसके कारण समस्या चल रही हो …

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शिव पुराण के मुताबिक भगवान शिव को स्वयंभू माना गया: धर्म

21 फरवरी, शुक्रवार को महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का विधान है। हमारे शास्त्रों में भगवान शिव को संहारक का दर्जा मिला हुआ है। हर कोई शिव भक्त इस बात को जानना चाहता है कि आखिर भगवान शंकर का जन्म कैसा हुआ और इनके माता-पिता का क्या नाम है। अलग-अलग पुराणों …

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