गुरुवार 05 जून के दिन गंगा दशहरा मनाया जाएगा। यह पर्व पुणयदायिनी मां गंगा को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर गंगा स्नान करने से साधक को सभी पापों से मुक्ति मिलती है। गंगा दशहरा के दिन पितरों का तर्पण एवं पिंडदान भी किया जाता है।
धार्मिक मत है कि गंगा दशहरा के दिन पितरों का तर्पण एवं पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। वहीं, व्यक्ति विशेष पर पितरों की कृपा बरसती है। उनकी कृपा से सुख, सौभाग्य और वंश में वृद्धि होती है। अगर आप भी अपने पितरों की कृपा पाना चाहते हैं, तो गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान करें। इसके बाद देवी मां गंगा और महादेव की पूजा करें। वहीं, पूजा के समय राशि अनुसार मंत्रों का जप करें।
राशि अनुसार मंत्र जप
मेष राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के समय ‘ ॐ नगपुत्रिकायै नमः और ॐ महाकाल नमः’ मंत्र का जप करें।
वृषभ राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के दौरान ‘ ॐ भाग्यदायिन्यै नमः और ॐ रुद्रनाथ नमः’ मंत्र का जप करें।
मिथुन राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के समय ‘ ॐ गंगायै नमः और ॐ नटराज नमः’ मंत्र का जप करें।
कर्क राशि के जातक गंगा दशहरा को पूजा के समय ‘ ॐ भागीरत्यै नमः और ॐ चंद्रमोली नमः’ मंत्र का जप करें।
सिंह राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के दौरान ‘ ॐ शुभ्राङ्गायै नमः और ॐ चंद्रधारी नमः’ मंत्र का जप करें।
कन्या राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के समय ‘ ॐ त्रिवेण्यै नमः और ॐ भोलेनाथ नमः’ मंत्र का जप करें।
तुला राशि के जातक नगंगा दशहरा के दिन पूजा के दौरान ‘ ॐ भूदायै नमः और ॐ ज्योतिलिंग नमः’ मंत्र का जप करें।
वृश्चिक राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के समय ‘ॐ जलरूपायै नमः और ॐ उमापति नमः’ मंत्र का जप करें।
धनु राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के दौरान ‘ॐ शाङ्कर्यै नमः और ॐ गोरापति नमः’ मंत्र का जप करें।
मकर राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के दौरान ‘ॐ अनन्तायै नमः और ॐ ओंकारेश्वर नमः’ मंत्र का जप करें।
कुंभ राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के दौरान ‘ॐ भीष्ममात्रे नमः और ॐ त्रिनेत्रधारी नमः’ मंत्र का जप करें।
मीन राशि के जातक गंगा दशहरा के दिन पूजा के दौरान ‘ ॐ शुभायै नमः और ॐ लंकेश्वर नमः’ मंत्र का जप करें।
Shree Ayodhya ji Shradhalu Seva Sansthan राम धाम दा पुरी सुहावन। लोक समस्त विदित अति पावन ।।