आशचर्य की बात यह है कि जो चिह्न श्रीराम के दक्षिण पैर में हैं वैसा ही भगवती सीता के वाम पैर में भी हैं। और जो चिह्न राम जी के वाम पैर में हैं वे सीता जी के दक्षिण पैर में हैं।
Check Also
गुरुवार की पूजा में जरूर करें केले के पेड़ से जुड़े ये उपाय, हर समस्या को होगा समाधान
हिंदू धर्म में गुरुवार का दिन जगत के पालनहार प्रभु श्रीहरि की पूजा-अर्चना के लिए …