आप सभी को बता दें कि धार्मिक शास्त्रों के अनुसार महाकाल भैरव स्तोत्र अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र माना जाता है और भैरव अष्टमी, भैरव जयंती अथवा प्रति रविवार या बुधवार के दिन इसका पाठ करने से हर आपदा दूर भाग जाती है. वहीं इसके कई लाभ भी मिलते हैं. इसी के साथ इस स्त्रोत को पढ़ते ही लाभ होने लगता है. …
Read More »Web_Wing
कालभैरव जयंती : ऐसे हुआ था भैरव का जन्म, भगवान शिव से दी थी यह जिम्मेदारी
आप सभी को बता दें कि मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 29 नवंबर 2018, गुरुवार को महाकाल भैरव जयंती मनाई जाने वाली हैं. ऐसे में कहते हैं इसी दिन भगवान महाकाल भैरव का प्राकट्य हुआ था लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिवांश महाकाल भैरव का जन्म कैसे हुआ? अगर आप नहीं जानते हैं तो आइए हम …
Read More »इस दिन है काल भैरव अष्टमी, इसलिए देते हैं दुष्टों को दण्ड
शास्त्रों में भैरव महाराज को शिव का अनन्य भक्त बताया गया है। इसलिए शिव ने तीनों लोकों में अपनी प्रिय नगरी काशी का कोतवाल यानी काशी नगरी की सुरक्षा का भार उनको सौंपा है। शिवपुराण के अनुसार मासों में श्रेष्ठ मास मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की अष्टमी को भैरवदेव का प्रागट्य हुआ था। भैरव भगवान की उत्पत्ति शंकर के अंश से …
Read More »इन 10 बड़ी बाधाओं से रक्षा करते हैं बजरंगबली
चारों जुग परताप तुम्हारा, है परसिद्ध जगत उजियारा॥ संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥ अंतकाल रघुवरपुर जाई, जहां जन्म हरिभक्त कहाई॥ और देवता चित्त ना धरई, हनुमत सेई सर्व सुख करई॥ सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना… अर्थ- जो भी आपकी शरण में आते हैं, उस सभी को आनन्द प्राप्त होता है, और …
Read More »जब नारद ने पूछा माया क्या है तो बाढ़ में बह गए पत्नी और बच्चे….
एक पौराणिक कथा के अनुसार एक बार नारद मुनि ने भगवान विष्णु से पूछा कि भगवन माया क्या है? जगत पालक विष्णुजी यह प्रश्न सुनकर मुस्कराए और बोले-किसी दिन दिखा देंगे। बहुत दिन व्यतीत होने के बाद एक दिन भगवान विष्णु नारद मुनि को साथ लेकर चल दिए। रास्ते में एक जगह एक वृक्ष के नीचे विष्णु ने रुककर …
Read More »