आप सभी को बता दें कि भगवान श्री राम और माता सीता के चरित्र और मूल्यों को लोग आज भी याद करते हैं और उन्हें जानने के बाद उनका पालन करते हैं. ऐसे में भगवान राम अपने गुणों के कारण मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम से जाने जाते हैं, वहीं सीता माता को भी त्याग और समर्पण की मूर्ति मानी …
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भगवान ऋषभदेव के 10 रहस्य, हर हिन्दू को जानना जरूरी
जैन और हिन्दू दो अलग-अलग धर्म हैं, लेकिन दोनों ही एक ही कुल और खानदान से जन्मे धर्म हैं। भगवान ऋषभदेव स्वायंभुव मनु से 5वीं पीढ़ी में इस क्रम में हुए- स्वायंभुव मनु, प्रियव्रत, अग्नीन्ध्र, नाभि और फिर ऋषभ। जैन धर्म में 24 तीर्थंकर हुए हैं। 24 तीर्थंकरों में से पहले तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव थे। ऋषभदेव को हिन्दू शास्त्रों में वृषभदेव कहा गया …
Read More »6 अप्रैल को है गुड़ी पड़वा : जानिए पर्व में छुपा संदेश
गुड़ी पड़वा हिन्दू नववर्ष के रूप में भारत में मनाया जाता है। इस वर्ष यह 6 अप्रैल 2019 को आ रहा है। इस दिन सूर्य, नीम पत्तियां,अर्घ्य, पूरनपोली, श्रीखंड और ध्वजा पूजन का विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि चैत्र माह से हिन्दूओं का नववर्ष आरंभ होता है। सूर्योपासना के साथ आरोग्य, समृद्धि और पवित्र आचरण की कामना …
Read More »गुड़ी पड़वा विशेष : गुड़ी बनाकर समझें अपनी देह और जीवन को
‘गुड़ी पड़वा’, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी साढ़े तीन शुभ मुहूर्तों में से एक। सोने की लंका जीत राम के अयोध्या लौटने का दिन यानी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा। जब अयोध्यावासियों ने गुड़ी तोरण लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया था। बस तभी से चैत्र प्रतिपदा पर गुड़ी की परंपरा का श्रीगणेश हुआ व यह दिन ‘गुड़ी पड़वा’ बतौर जाना गया। ‘गुड़ी …
Read More »रामायण काल के ये लोग हैं महाभारत काल के लोगों के भाई, सबसे बड़ा रहस्य
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि रामायण काल में जो लोग हुए हैं, उनमें से कुछ महाभारत काल के कुछ लोगों के भाई या संबंधी थे। जानिए इस सबसे बड़े रहस्य को। हनुमान- रामायण काल के पवनपुत्र हनुमानजी को महाभारत काल के भीम का भाई माना जाता है, क्योंकि भीम भी पवनपुत्र थे। कुंत ने पवनदेव का आह्वान करके भीम को प्राप्त किया था। भीम को भी पवनपुत्र कहा …
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