भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र से जुडी अनेकों बातों को संस्कृत भाषा में महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित ‘रामायण’ और गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा अवधी भाषा में रचित ‘श्रीरामचरितमानस’ में ही श्रेष्ठ मानी जाती है. इन दोनो धार्मिक ग्रंथों में सबसे प्रमाणिक ‘रामायण’ को माना गया है. लेकिन इन दोनों ग्रंथों का अध्ययन करें तो पाएंगे कि इनमें भगवान श्रीराम की …
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भगवान श्री राम के जीवन आदर्शों और एकाग्रता से जुडी बातें
हिन्दू धर्म में प्रसिद्ध महाकवि वाल्मीकि ने रामायण की रचना के पूर्व नारद मुनि से पूछा, नायक कौन होता है? उन्होंने पूँछा की इस जगत में ऐसा कोई व्यक्ति है, जो सद्गुणी होने के साथ में शक्तिशाली,मर्यादा में रहने वाला , सत्यवादी, दृढ़प्रतिज्ञ और करुणावान भी हो? साथ ही साथ ऐसा भी पूँछा की असाधारण चरित्र का धनी, प्रबल उत्साही, …
Read More »आखिर हर साल 17 सितंबर को ही क्यों मनाई जाती है विश्वकर्मा जयंती
हर साल की तरह इस बार भी 17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जाएगी। वैसे तो हिन्दू धर्म में हर प्रत्येक पर्व और व्रत तिथि के अनुसार ही मनाई जाती है लेकिन विश्वकर्मा पूजा के लिए हर साल एक निश्चित तारीख यानी 17 सितंबर होती है। हिंदू धर्म के अनुसार भगवान विश्वकर्मा की जयंती को लेकर कुछ मान्यताएं हैं। …
Read More »इन 21 मंत्रों और पत्तों के पूजन से गणपति बप्पा देते हैं ये फल
तैंतीस करोड़ देवी-देवताओं में भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र गणेश जी प्रथम पूजनीय हैं। गणपति के सम्पूर्ण शरीर तथा प्रत्येक अंग अवयव से हमें अनेंक शिक्षायें मिलती हैं। उनके प्रत्येक अंग में एक गहरा भाव छुपा होता है। उन्हें बुद्धि व ज्ञान का देवता कहा गया है तथा ॐ (प्रणव) भी कहा गया है। श्री गणेशजी का वाहन …
Read More »हनुमान जी के सिवा कोई नहीं कर सकता था यह 6 काम
शिव पुराण के अनुसार महावीर हनुमान जो को शिव जी का रौद्र अवतार माना जाता है। कहते हैं कि त्रेतायुग में श्रीराम की सहायता करने और पापियों का नाश करने के लिए हनुमान जी धरती पर अवतरित हुए थे। पौराणिक कथाओं के अनुसार हनुमान जी केवल एकमात्र एेसे देव थे, जिन्होंने एेसे 6 काम किेए थे। जो उनके बिना संपन्न …
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