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शनिदेव के 5 सबसे बड़े धाम, जानिए प्रसन्न करने के सही उपाय

जीवन में खुशियों की सौगात पाने के लिए शनिदेव की कृपा पाना बेहद जरूरी है, क्योंकि शनिदेव को ग्रहों में सबसे प्रभावशाली माना गया है और वो मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. यही एक वजह है कि लोग शनिदेव की पूजा में बहुत सावधानी बरतते हैं और उनके प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन …

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रावण के जन्म के साथ ही शुरू हो गई विश्व प्रसिद्ध ‘काशी की रामलीला’

अनंत चतुर्दशी पर भगवान विष्णु के अनंत रूप को पूजा जाता है और इसी दिन गणपति का विसर्जन भी होता है. वहीं अनंत चतुर्दशी से जुड़ी एक खास बात और है जिसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है. दरअसल अनंत चतुर्दशी के दिन ही रावण का जन्म हुआ था. रावण के जन्म के साथ ही काशी (वाराणसी) के रामनगर में …

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काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए ड्रेस कोड, जींस पहनकर नहीं कर सकेंगे शिव को स्पर्श

उज्जैन के महाकाल मंदिर की तर्ज पर अब वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू किया जा  रहा है. निर्धारित ड्रेस कोड के मुताबिक मंदिर में काशी विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन के लिए अब पुरुषों को धोती -कुर्ता और महिलाओं को साड़ी पहनना होगा. इन्हीं पारंपरिक वस्त्रों के धारण करने के बाद ही काशी विश्वनाथ को स्पर्श …

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कैसे करें विद्या की देवी सरस्वती की पूजा…

माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है. माना जाता है कि इसी दिन शब्दों की शक्ति मनुष्य की झोली में आई थी. इस दिन बच्चों को पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है. मां सरस्वती की सबसे प्रचलित स्तुति… इस दिन …

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मां गायत्री करती हैं उपासक की रक्षा

अक्सर हम बड़े – बुजुर्गों को गायत्री मंत्र बुदबुदाते हुए या उसका उच्चारण करते हुए सुनते हैं। आखिर यह गायत्री क्या है। मगर जब हम भी इस मंत्र का उच्चारण करते हैं तो हमें भी शक्ति का अनुभव होता है। हमारे आसपास एक रक्षात्मक आवरण बन जाता है। साक्षात् योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण ने भी श्रीमद्भगवद् गीता का उपदेश देते हुए कहा …

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