श्री रामचंद्र जी की सभी चेष्टाएं धर्म, ज्ञान, नीति, शिक्षा, गुण, प्रभाव, तत्व एवं रहस्य से भरी हुई हैं। उनका व्यवहार देवता, ऋषि, मुनि, मनुष्य, पक्षी, पशु आदि सभी के साथ ही प्रशंसनीय, अलौकिक और अतुलनीय है। देवता, ऋषि, मुनि और मनुष्यों की तो बात ही क्या-जाम्बवान, सुग्रीव, हनुमान आदि रीछ-वानर, जटायु आदि पक्षी तथा विभीषण आदि राक्षसों के साथ …
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भगवान राम के अनुसार अच्छे शासक में होने चाहिए ये गुण!
हिन्दू धर्म में जीवन से जुडी हर बात के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं, यह निर्देश शास्त्रों और पुराणों में बताये गए हैं. हिन्दू धर्म में आदर्श जीवन जीने के मानक भी बताये गए हैं, जीवन के उच्च मूल्यों और आदर्शिता के लिए हिन्दू धर्म में भगवान श्री राम के जीवन चरित्र का अनुसरण करने का निर्देश दिया …
Read More »ये हैं प्रभु श्रीराम के वंशज, जो आज भी जिंदा हैं
भरत के दो पुत्र थे- तार्क्ष और पुष्कर। लक्ष्मण के पुत्र- चित्रांगद और चन्द्रकेतु और शत्रुघ्न के पुत्र सुबाहु और शूरसेन थे। मथुरा का नाम पहले शूरसेन था। लव और कुश राम तथा सीता के जुड़वां बेटे थे। जब राम ने वानप्रस्थ लेने का निश्चय कर भरत का राज्याभिषेक करना चाहा तो भरत नहीं माने। अत: दक्षिण कोसल प्रदेश (छत्तीसगढ़) में कुश …
Read More »भगवान श्रीराम की कथा और इतिहास
प्रभु श्री राम प्राचीन भारत में अवतरित हुए भगवान हैं। हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से भगवान श्रीराम सातवें नंबर पर थे। रामायण ग्रंथ में प्रभु श्रीराम के विषय में हम सब को संपूर्ण जानकारी मिलती है,भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता था हिंदू धर्म में भगवान श्रीराम को बहुत ही अधिक पूजनीय माना जाता …
Read More »राशि के अनुसार करें विश्वकर्मा पूजा, तो बिजनेस में मिलती ही जाएंगी आपको कामयाबी
जिसकी सम्पूर्ण सृष्टि और कर्म व्यापार है वह विश्वकर्मा है। सहज भाषा मे यह कहा जा सकता है कि सम्पूर्ण सृष्टि में जो भी कर्म सृजनात्मक है, जिन कर्मो से जीव का जीवन संचालित होता है, उन सभी के मूल में विश्वकर्मा है। ऐसे में भगवान विश्वकर्मा का पूजन जहां प्रत्येक व्यक्ति को प्राकृतिक उर्जा देता है, वहीं कामकाज में …
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