वैसे तो धन-सम्पत्ति, सोना-चाँदी कई मंदिरों और तीर्थ स्थानों में चढ़ाया जाता है लेकिन एक ऐसी झील है जहाँ बाबा कमरुनाग सोना-चाँदी चढ़ाने पर करते हैं लोगों की मन्नतें पूरी| कमरुनाग जी का जिक्र महाभारत में हुआ था, जो धरती के सबसे शक्तिशाली योद्धा माने जाते थे| परन्तु भगवान श्री कृष्ण की लीला ने इनको पराजित कर दिया| महाभारत के समय कमरुनाग …
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आखिर क्या है देवी दुर्गा के पहले रूप शैलपुत्री की पूरी कथा
नवरात्रों के प्रथम दिन में देवी दुर्गा के शैलपुत्री रूप को पूजा जाता है क्या आप जानते है देवी दुर्गा के पहले दिन पूजे जाने वाले स्वरुप के बारे में| देवी दुर्गा के नौ रूपों में से पहला स्वरुप है देवी शैलपुत्री का जैसा की नाम से ही ज्ञात होता है देवी शैलपुत्री शैल यानी की पर्वत की पुत्री थी|प्रजापति …
Read More »आखिर क्यों सीता स्वयंवर के लिए राजा दशरथ को नहीं भेजा गया था आमंत्रण
ऐसा क्या हुआ की राजा जनक ने दूर-दूर तक के राज्यों में अपनी पुत्री सीता के स्वयंवर का आमंत्रण भेजा परन्तु अयोध्या नरेश महाराजा दशरथ को इस स्वयंवर का न्योता नहीं भेजा गया? राजा जनक के शासनकाल में एक व्यक्ति का विवाह हुआ। जब वह पहली बार ससुराल जा रहा था तब वहां उसे दल-दल दिखा| उसने देखा की दल-दल …
Read More »सभी कष्टों के निवारण का है एक मात्र ये… अचूक उपाय
शाश्त्रों तथा वेद पुराणों के अनुसार हनुमान जी की मृत्यु नहीं हुयी थी और वो आज भी जिंदा हैं| शायद यही कारण है की लोग हनुमान जी को दुसरे देवताओं के मुकाबले ज्यादा पूजते हैं| बचपन से ही डर लगने पर हनुमान चालीसा ही याद आती है| हनुमान जी के मन्त्र से सारे रोग, दुःख और भय दूर भाग जाते …
Read More »जाने क्यों अपनी ही माता का वध किया था परशुराम ने…
परशुराम जी के पिता का नाम जमदग्नि तथा माता का नाम रेणुका था| परशुराम जी के चार बड़े भाई थे| सब भाईयों में परशुराम जी ही सबसे अधिक गुणी तथा बुद्धिमान थे| भगवान परशुराम को विष्णु जी का आवेशावतार माना जाता है| एक दिन परशुराम जी की माता रेणुका हवन हेतु गंगा तट पर जल लेने गयी| वहां पर उन्होंने गन्धर्वराज चित्ररथ को अप्सराओं के साथ …
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