पौराणिक कथा के अनुसार एक समय शनि देव भगवान शंकर के धाम हिमालय पहुंचे। उन्होंने अपने गुरुदेव भगवान शंकर को प्रणाम कर उनसे आग्रह किया,” हे प्रभु! मैं कल आपकी राशि में आने वाला हूं अर्थात मेरी वक्र दृष्टि आप पर पड़ने वाली है। शनिदेव की बात सुनकर भगवान शंकर हतप्रभ रह गए और बोले, “हे शनिदेव! आप कितने समय तक अपनी वक्र …
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भगवान विष्णु के 24 अवतार कौन से हैं, जानिए
जब-जब पृथ्वी पर कोई संकट आता है तो भगवान अवतार लेकर उस संकट को दूर करते हैं। भगवान शिव और भगवान विष्णु ने कई बार पृथ्वी पर अवतार लिया है। भगवान विष्णु के 24 वें अवतार के बारे में कहा जाता है कि‘कल्कि अवतार’के रूप में उनका आना सुनिश्चित है। उनके 23 अवतार अब तक पृथ्वी पर अवतरित हो चुके …
Read More »रविवार या बुधवार को जरूर करें यह पाठ
आप सभी को बता दें कि धार्मिक शास्त्रों के अनुसार महाकाल भैरव स्तोत्र अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र माना जाता है और भैरव अष्टमी, भैरव जयंती अथवा प्रति रविवार या बुधवार के दिन इसका पाठ करने से हर आपदा दूर भाग जाती है. वहीं इसके कई लाभ भी मिलते हैं. इसी के साथ इस स्त्रोत को पढ़ते ही लाभ होने लगता है. …
Read More »कालभैरव जयंती : ऐसे हुआ था भैरव का जन्म, भगवान शिव से दी थी यह जिम्मेदारी
आप सभी को बता दें कि मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 29 नवंबर 2018, गुरुवार को महाकाल भैरव जयंती मनाई जाने वाली हैं. ऐसे में कहते हैं इसी दिन भगवान महाकाल भैरव का प्राकट्य हुआ था लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिवांश महाकाल भैरव का जन्म कैसे हुआ? अगर आप नहीं जानते हैं तो आइए हम …
Read More »इस दिन है काल भैरव अष्टमी, इसलिए देते हैं दुष्टों को दण्ड
शास्त्रों में भैरव महाराज को शिव का अनन्य भक्त बताया गया है। इसलिए शिव ने तीनों लोकों में अपनी प्रिय नगरी काशी का कोतवाल यानी काशी नगरी की सुरक्षा का भार उनको सौंपा है। शिवपुराण के अनुसार मासों में श्रेष्ठ मास मार्गशीर्ष के कृष्णपक्ष की अष्टमी को भैरवदेव का प्रागट्य हुआ था। भैरव भगवान की उत्पत्ति शंकर के अंश से …
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