महाभारत युद्ध के दसवें दिन भी भीष्म पितामह ने पांडवों की सेना में भयंकर मारकाट मचाई। यह देखकर युधिष्ठिर ने अर्जुन से भीष्म पितामह को रोकने के लिए कहा। अर्जुन शिखंडी को आगे करके भीष्म से युद्ध करने पहुंचे। शिखंडी को देखकर भीष्म ने अर्जुन पर बाण नहीं चलाए और अर्जुन अपने तीखे बाणों से भीष्म पितामह को बींधने लगे। इस प्रकार बाणों से छलनी …
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भगवान शिव के 13 ऐसे दिव्य धाम जो भारत में नहीं हैं, पढ़ें विशेष जानकारी…
विदेशों में हैं शिव के अलौकिक 13 धाम, पढ़ें विशेष जानकारी… देश की धरती से दूर रहने के बाद भी संस्कार नहीं छुटते, परंपरा और रीति रिवाज नहीं छुटते। क्योंकि धर्म से जुड़ी अनुभूतियां हमारी रगों में रची बसी होती है। शिवरात्रि के आगमन के साथ ही भारत के मंदिरों में शिव के जयकारे लगने आरंभ हो जाते हैं वहीं …
Read More »भगवान शिव ने माता पार्वती को बताए थे मृत्यु के ये 8 महत्वपूर्ण संकेत
* मृत्यु के बारे में अगर आप भी कुछ ऐसा ही महसूस करते हैं तो समझिए मृत्यु निकट है, पढ़ें 8 विशेष संकेत जब इंसान मृत्यु के बारे में बात करता है और उसके बारे में सोचता है तो उसके दिमाग में एक अजीब सा डर बैठ जाता है। हालांकि, इंसान जानता है कि जीवन का सबसे बड़ा सत्य मृत्यु …
Read More »भगवान शिव के गण वीरभद्र की उत्पत्ति कैसे हुई, जानिए रहस्य
भगवान शिव की सुरक्षा और उनके आदेश को मानने के लिए उनके गण सदैव तत्पर रहते हैं। उनके गणों में भैरव को सबसे प्रमुख माना जाता है। उसके बाद नंदी का नंबर आता और फिर वीरभ्रद्र। जहां भी शिव मंदिर स्थापित होता है, वहां रक्षक (कोतवाल) के रूप में भैरवजी की प्रतिमा भी स्थापित की जाती है। भैरव दो हैं- …
Read More »भगवान शिव के नामों के यह रहस्य आपको अचरज में डाल देंगे, पढ़ें पौराणिक राज
भगवान शिव अठारह नामों से पूजे जाते हैं जिनमें शिव, शम्भु, नीलकंठ, महेश्वर, नटराज आदि प्रमुख हैं। भगवान शिव अपने मस्तक पर आकाश गंगा को धारण करते हैं तथा उनके भाल पर चंद्रमा हैं। उनके पांच मुख माने जाते हैं जिनमें प्रत्येक मुख में तीन नेत्र हैं। भगवान शिव दस भुजाओं वाले त्रिशूलधारी हैं। पुराणों में भगवान शिव के जिन अट्ठारह नामों का उल्लेख …
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