जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ का जन्म चैत्र कृष्ण नौवीं के दिन सूर्योदय के समय हुआ। उन्हें ऋषभदेव जी, ऋषभनाथ भी कहा जाता है। ऋषभदेव आदिनाथ भगवान का जन्म युग के आदि में राजा नाभिराय जी के यहां पर माता मरूदेवी की कोख में हुआ था। उन्हें जन्म से ही सम्पूर्ण शास्त्रों का ज्ञान था। वे समस्त कलाओं के ज्ञाता और सरस्वती के स्वामी …
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इस वजह से महाभारत में भीम जलाना चाहते थे अपने बड़े भाई युधिष्ठिर के दोनों हाथ
आप सभी जानते ही होंगे कि हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथों में रामायण और महाभारत सबसे ज्यादा पवित्र ग्रंथ माने जाते हैं और इनमे कई ऐसी बातें लिखी हुईं हैं जो सभी को जान लेनी चाहिए. आप सभी ने अब तक अपने दादा-दादी से कई कहानियां भी सुनी होंगी लेकिन कुछ रहस्य आज भी उजागर नहीं हुए हैं और इनमे …
Read More »6 अप्रैल को है गुड़ी पड़वा, जानिए क्या होता है अर्थ
आप सभी को बता दें कि गुड़ी पड़वा’, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी साढ़े तीन शुभ मुहूर्तों में से एक है और सोने की लंका जीत राम के अयोध्या लौटने का दिन यानी चैत्र शुक्ल प्रतिपदा कहा जाता है. कहते हैं जब अयोध्यावासियों ने गुड़ी तोरण लगाकर अपनी खुशी का इजहार किया था और इसी कारण गुड़ी पड़वा मनाया जाता है. …
Read More »8 अप्रैल को मनेगी गणगौर तीज, सुहागन से लेकर कुँवारी लडकियां भी रखेंगी व्रत
आप सभी को बता दें कि 22 मार्च 2019 यानी होली के दूसरे दिन चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से 16 दिवसीय गणगौर पूजा का पर्व शुरू हो गया. ऐसे में गणगौर मुख्यत: राजस्थान का पर्व है. आपको बता दें कि यह पर्व विशेष रूप से सुहागिन महिलाएं मनाती हैं और सुहागिनें अपनी पति की लंबी आयु और कुशल वैवाहिक जीवन के …
Read More »31 मार्च को है पापमोचनी एकादशी, अपने नाम के अनुसार ही करती है समस्त पापों का नाश
* सभी तरह के पापों से मुक्ति दिलाने वाली पापमोचनी एकादशी रविवार को, जानिए महत्व हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास में आने वाली एकादशी इस वर्ष 31 मार्च, 2019, रविवार को आ रही है। यह एकादशी सभी तरह के पापों से मुक्ति दिलाती है। चैत्र कृष्ण एकादशी का नाम पापमोचिनी है। इस एकादशी का व्रत करने से मनुष्य जहां …
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