पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब श्रीराम और लक्ष्मण के लंका जाने के लिए पुल के बनाने की तैयारी चल रही थी, तब श्रीराम ने एक इच्छा जाहिर की थी कि वह समुद्र सेतु पर शिवलिंग स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने हनुमान जी से कहा कि शुभ मुहूर्त के अंदर काशी जाकर भगवान शंकर से लिंग मांग कर लाओ। हनुमान जी …
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गरूड़ को क्यों हुआ श्रीराम के भगवान होने पर शक
रामायण हिंदू धर्म का प्रमुख ग्रंथ, जिसके बारे में ज्यादातर लोग जानते ही हैं। हिंदू धर्म के इस ग्रंथ के रचयिता तुलीसदास जी है। लेकिन क्या आप जानते हैं तुलसीदास जी से पहले ही किसी ने पूरी राम कथा का प्रचार कर दिया था। जी हां, आज हम आपको बताएंगे कि तुलसीदास के अलावा कौन था जिसने रामायण की गाथा …
Read More »आखिर भगवान श्रीराम के ही हाथों क्यों चुनी रावण ने अपनी मृत्यु
अगर रामायण के प्रमुुख पात्रों को याद किया जाए तो उसमें श्रीराम और हनुमान जी के नाम के बाद रावण का नाम आता है। रावण जिसने श्रीराम की अर्धांगिनी सीता का हरण किया था और उन्हें अपनी बनाना चाहता था। सारस्वत ब्राह्मण पुलस्त्य ऋषि का पौत्र और विश्रवा का पुत्र रावण एक परम शिव भक्त, उद्भट राजनीतिज्ञ , महापराक्रमी योद्धा, …
Read More »….तो इस वजह से भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय है कार्तिक मास
विभिन्न शास्त्रों और पुराणों आदि में हर दिवस व मास को मनाए जाने वाले पर्व, उत्सव, व्रत आयोजनों आदि का उल्लेख उनके फलादि के साथ किया गया है। हिंदू धर्म के अनुसार साल के सभी बारह महीनों को किसी-न-किसी देवता के साथ संयुक्त कर उसके महत्व का उल्लेख उनमें किया गया है। जैसे श्रावण मास शिव को समर्पित है, फाल्गुन …
Read More »रावण अपने अधूरे 7 काम करने से पहले ही मर गया, नहीं तो…
देवताओं को भी पराजित करने वाला रावण महापंडित और महाज्ञानी था। लेकिन रावण की सबसे बड़ी कमजोरी यह थी कि वह अपने बल और ज्ञान के अहंकार में खुद को ही भगवान मान बैठा था और ईश्वर के बनाए नियमों में बदलाव करना चाहता था। अगर रावण कुछ साल और जीवित रहता तो अपने सात अधूरे काम को पूरा कर …
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